सीबीएसई ने सहायक की मदद से परीक्षा देने वाले 10वीं 12वीं के दिव्यांग स्टूडेंट को परीक्षा में शामिल ना होने का ऑप्शन दिया है। बोर्ड ऐसे स्टूडेंट के परिणाम वैकल्पिक मूल्यांकन योजना के अनुसार घोषित कर देगा। बोर्ड ने यह फैसला सोशल डिस्टेंसिंग के चलते किया है।

नई दिल्ली (पीटीआई)। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) 10वीं 12वीं की लंबित परीक्षा में शामिल होने वाले उन दिव्यांग बच्चों को विशेष छूट दी है जिन्हें किसी सहायक की मदद से परीक्षा देनी है। बोर्ड ने ऐेसे छात्रों को परीक्षा में शामिल ना होने का विकल्प देते हुए कहा कि उनके परिणाम वैकल्पिक मूल्यांकन योजना के अनुसार घोषित किए जाएंगे। बोर्ड का कहना है कि सहायक के साथ परीक्षा देने वाली प्रक्रिया में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करा पाना मुश्किल होगा।

छात्रों को परीक्षा में काफी छूट

बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि छात्र अपने संबंधित विद्यालयों को सूचित कर सकते हैं। बोर्ड द्वारा उनका परिणाम तय किया जाएगा। बोर्ड दिव्यांगों के अधिकारों से जुड़े 2016 अधिनियम के तहत ऐसे छात्रों को परीक्षा के दौरान काफी छूट देता है। अधिकारी ने कहा इन्हें अतिरिक्त समय, सहायक या पाठक, कम्प्यूटर या लैपटॉप (बिना इंटरनेट) लाने के अलावा इस साल से हमने सीडब्ल्यूएसएन वर्ग के तहत रजिस्टर्ड स्टूडेंट को कैलकुलेटर लाने की परमीशन दी है।

जिले में परीक्षा देने की अनुमति

चिल्ड्रन विद स्पेशल नीड्स (सीडब्ल्यूएसएन) श्रेणी के तहत 10वीं के 6,844 और 12वीं में 3,718 छात्र हैं। इसमें दृष्टिबाधित, डिस्लेक्सिक्स, मस्कुलर डिस्ट्रॉफी, स्पैस्टिक्स, लोकोमोटर व बौनापन आदि से पीड़ित स्टूडेंट शामिल हैं। हाल ही में सीबीएसई ने यह भी फैसला किया है था कि जो छात्र अपने गृह राज्यों / जिलों में वापस चले गए हैं वे अपने जिले के स्कूलों को सूचित कर सकते हैं और उन्हें उस जिले में परीक्षा लिखने की अनुमति दी जाएगी जहां वे वर्तमान में हैं।

Posted By: Shweta Mishra