संरक्षण गृहों में घर जैसा माहौल देने का होता है दावा, जानें बाल गृह, महिला संरक्षण गृहों का रिकाॅर्ड
lucknow@inext.co.inLUCKNOW : बिहार के मुजफ्फरपुर में हुई घटना के बाद अब उत्त्र प्रदेश के देवरिया में एक बालिका गृह में रहने वाली बच्चियों से देहव्यापार का मामला सामने आया है। यह बेहद ही शर्मनाक मामले है। उत्तर प्रदेश की बेसहारा महिलाओं व बालिकाओं के लिये सरकार व तमाम एनजीओ संरक्षण गृह संचालित करती हैं। ताकि परिवार की कमी का एहसास न होदावा किया जाता है कि इन संरक्षण गृहों में रहने वाली महिलाओं व बच्चियों को घर जैसा माहौल दिया जाता है, ताकि उन्हें परिवार की कमी का एहसास न हो। हालांकि, समय-समय पर होते खुलासे इन दावों की कलई खुद-ब-खुद खोलते रहे हैं।प्रदेश में वतर्मान में करीब 588 बाल और महिला गृह सरकार द्वारा संचालित हो रहे हैं। कुल बाल गृह (बालक)- 39बाल गृह (बालिका)- 47बाल गृह (0 से 10 वर्ष)- 55शेल्टर होम - 8ओपन शेल्टर होम- 26
कुल- 175यूपी में सरकार द्वारा संचालित हो रहे बाल और महिला गृहसरकारी बाल संरक्षण गृह - 22सरकारी बालिका संरक्षण गृह- 4स्पेशल होम (बालक)- 1स्पेशल होम (बालिका)- 1प्लेस ऑफ सेफ्टी- 1सरकारी बाल गृह- 9सरकारी बालिका गृह- 4सरकारी बाल गृह (0 से 10 वर्ष)- 5स्पेशल एडॉप्शन एजेंसी- 5
गवर्नमेंट ऑफ्टर केयर होम (पुरुष)- 1गवर्नमेंट ऑफ्टर केयर होम (महिला)- 4कुल- 588बालिका गृह मामला : यूपी सरकार पहले ही हो गयी थी अलर्ट, रात में भी दिए थे निरीक्षण के आदेश
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