दृष्िटहीन छात्रा ने दिया था सुझाव, इसलिए ब्रेल पेपर पर नहीं लगा टैक्स
बंगलुरु छात्रा ने दिया सुझाव
संसद में बजट पढ़ते समय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने ब्रेल पेपर को टैक्स फ्री करने के पीछे भले ही राहुल गांधी के योगदान को सराहा। लेकिन इसकी असली हकदार बंगलुरु के माउंट कारमल कॉलेज में बीकॉम फाइनल ईयर की दृष्टिहीन छात्रा चंदना चंद्रशेखर है। चंदना की ओर से लगातार लिखे गए मेल ने सरकार को इस संबंध में आवश्यक कदम उठाने के लिए बाध्य कर दिया। चंदना ने बताया कि 25 नवंबर 2015 को राहुल गांधी उनके कॉलेज आए थे। जहां पर चंदना ने राहुल के सामने अपनी बात रखी। उस वक्त राहुल ने चंदना को अपना कार्ड दिया और उनके पास मेल करने को कहा।
राहुल ने दिया मेल का जवाब
चंदना ने मेल में लिखा कि, ब्रेल कागज पर अधिक टैक्स होने की वजह से दृष्टिहीन बच्चों को काफी असुविधा होती है। चंदना ने राहुल से सरकार पर ये मांग के संबंध में प्रभाव डालने के लिए कहा। इसके ठीक एक दिन बाद राहुल ने मेल का जवाब देते हुए आवश्वासन दिया कि वह इस संबंध में आगे की प्रकिया पूरी करेंगे। चंदना रेटिनाइटिस पेगिमिंटोसा से प्रभावित थीं। वैसे आठवीं कक्षा तक चंदना कुछ हद तक देख सकती थीं। लेकिन धीरे-धीरे यह रोशनी भी चली गई।
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