80 के दशक में फिल्मों में एक्टिंग की शुरुआत करने वाले चंकी अब तक सीरियस से लेकर कॉमेडी किरदार तक निभा चुके हैं। चंकी पांडे हिंदी फिल्म इंडस्ट्री का जाना पहचाना नाम हैं। क्या आप जानते हैं कि चंकी पांडे का असली नाम कुछ और है आप भी शायद इस बात से अब तक अनजान होंगे।

कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। हाउसफुल और रास्कल जैसी फिल्मों में कॉमिक रोल प्ले करके चंकी पांडे ने लोगों के दिलों में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। शुरुआत में कुछ सीरियस रोल करने के बाद उन्होंने ज्यादातर मूवी में कॉमिक रोल किए हैं। चंकी पांडे के पिता नहीं चाहते थे कि वो एक्टिंग फील्ड में जाए क्योंकि उनके परिवार में किसी का एक्टिंग की दुनिया से जुड़ाव नहीं था। उनकी मां और पिता एक मशहूर हार्ट सर्जन थे, तो पिता चाहते थे कि बेटा भी डॉक्टर बनें। लेकिन तकदीर को कुछ और ही मंजूर था। चंकी पांडे के डेब्यू से पहले उनके नाम के खूब चर्चे थे। एक्टर के नाम के पीछे एक दिलचस्प कहानी है, जिसका खुलासा उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में किया था।

प्यार से चंकी बुलाती थी नैनी
जब चंकी पांडे का जन्म हुआ था तो उनकी फैमिली ने उनका नाम सुयश पांडे रखा था। बचपन में उनकी देखभाल एक नैनी करती थी और उस समय वह काफी गोल-मटोल हुआ करते थे जिसके चलते नैनी सुयश को चंकी कहकर बुलाया करती थी। धीरे धीरे घर में भी सभी उन्हें प्यार से चंकी कहने लगे और सुयश नाम भूल से गए। उसके बाद से ही उनका नाम चंकी पांडे हो गया और बॉलीवुड में उन्‍होंने इसी नाम से डेब्‍यू भी किया। उन्होंने बॉलीवुड में अपना डेब्यू फिल्म आग ही आग से किया था। जिसके बाद कई और सुपरहिट फिल्में देकर उन्होंने अपना नाम टॉप एक्टर्स में शामिल कर लिया। सुपरहिट फिल्म &तेजाब&य में अनिल कपूर के दोस्त का किरदार निभाया, जिसके लिए उन्हें सपोर्टिंग एक्टर के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला।

एक गलती से बॉलीवुड में पिछड़े
जब उन्होंने अपने करियर के पीक पर पहुंचे तो जानबूझकर अपनी ऐसी फिल्मों को चुनते थे, जिसमें ढेर सारे स्टार होते थे। उनका मानना था कि अगर फिल्म फ्लॉप भी हो गई तो अकेले वह जिम्मेदार नही होंगे। हालांकि &आंखें&य मूवी की अपार सक्सेस के बाद चंकी खुद को बड़ा स्टार समझने लगे थे और उन्‍होंने अकेले हीरो वाली फिल्म ही करने का डिसीजन लिया लेकिन हुआ इसका उल्टा। इन्हें फिल्म मेकर्स के कई ऑफर आए, लेकिन चंकी मन बना चुके थे कि अब वह सपोर्टिंग रोल नही करेंगे। धीरे-धीरे मल्टीस्टारर फिल्मों का दौर खत्म हो गया और चंकी के पास से ऑफर भी गायब से होने लगे।

बांग्लादेश में स्टारडम किया हासिल
जब बॉलीवुड ने उन्‍हें फिल्‍में मिलना बंद हो गया तो करियर खराब होने की वजह से वह डिप्रेशन में चले गए इसी दौरान उनके एक बांग्लादेशी फ्रेंड ने उन्हें वहां आने की सलाह दी। चंकी न चाहते हुए भी बॉलीवुड छोड़कर बांग्लादेश चले गए और वहां फिल्में करने लगे। जहां उन्हें पसंद भी किया जाने लगा। लोकल लैंग्वेज न आने के बावजूद उन्होंने बांग्लादेश में स्टारडम हासिल किया। चंकी ने बांग्लादेशी सिनेमा में &स्वामी केनो असामी&य, &बेश कोरेची प्रेम कोरेची&य, &मेयेरा ए मानुष&य जैसी कई हिट फिल्में दी। उन्होंने साल 2003 में &कयामत&य फिल्म से फिर बॉलीवुड में वापसी की। इसके बाद चंकी ने हाउसफुल और रास्‍कल जैसी ब्‍लॉकबस्‍टर मूवीज में भी कमाल के रोल किए हैं।

Posted By: Inextlive Desk