माउंट एवरेस्ट के नजदीक तिब्बत में प्रदूषण फैलाने वाले टूरिस्ट वाहनों पर चीन ने रोक लगाने की घोषणा की है। यह बैन अगले साल से लागू हो जाएगा।


बीजिंग (पीटीआई)। माउंट एवरेस्ट के नजदीक तिब्बत में बेस कैंप के आसपास अब प्रदूषण फैलाने वाले वाहन नहीं चल सकेंगे। चीन ने ऐसे वाहनों पर बैन लगा दिया है, जो अगले साल से लागू हो जाएगा। चीन ने यह कदम पर्यावरण के नाजुक हालात को देखते हुए उठाया है। चीन-तिब्बत ऑनलाइन रिपोर्ट के मुताबिक, बेस कैंप के इलाकों में गोल्फ मैदान में बैटरी चालित वाहनों जैसी पर्यावरण अनुकूल गाड़ियों के इस्तेमाल की कोशिश की जाएगी। ऐसे स्थानीय लोग जो गरीबी रेखा के नीचे हैं, उन्हें टूर गाईड और ऐसे वाहनों के चालक के तौर पर नियुक्त किया जाएगा।प्रदूषण रुकेगा और रोजगार भी मिलेगा
सरकारी ग्लोबल टाइम्स ने टिंगरी टिबटेन के उप प्रमुख के हवाले से कहा है कि चीन के इस कदम से पर्यावरण की सुरक्षा के साथ-साथ स्थानीय स्तर पर गरीब लोगों की आजीविका की भी व्यवस्था होगी। इससे यहां की जलवायु के साथ-साथ लोगों की माली हालत में भी सुधार देखने को मिलेगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि कूड़ा-करकट के निस्तारण में इलाके की क्षमता सीमित है। ऐसे में सावधानी बरतना बहुत जरूरी है ताकि प्रकृति अपने संतुलन का काम कर सके। इलाके को साफ-सुथरा रखने के लिए एक क्लीनिंग कंपनी को काम पर लगाया जाएगा। वे हर आगंतुक से कचरा से भरा बैग लेंगे ताकि वे भी साफ-सफाई के लिए प्रोत्साहित हो सकें।2017 में एक लाख लोग आए घूमनेसरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यहां बेस कैंप और आसपास के इलाकों में 2017 के दौरान एक लाख से ज्यादा लोग घूमने आए, इनमें 40 हजार पर्वतारोही भी शामिल थे। अप्रैल से अब तक दुनिया की सबसे ऊंची चोटी से 2.26 टन मानव मल, एक टन पर्वतारोहरण से संबंधित कचरा और 5.24 टन रोजमर्रा से जुड़ा कचरा साफ किया जा चुका है। रिपोर्ट में यह भी बात सामने आई है कि समुद्र तल से 5200 और 6500 मीटर के बीच की ऊंचाई से तकरीबन आठ टन कचरा साफ किया गया है।

Posted By: Satyendra Kumar Singh