Childrens Day 2024: भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की बर्थ एनिवर्सरी 14 नवंबर को चिल्ड्रेंस डे के रूप में मनाई जाती है। आइए इस खास दिन पर जानें जवाहर लाल नेहरू के वो फेमस कोट्स जो बच्चों से लेकर बड़ों को एक नई राह दिखाते हैं..

कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। Childrens Day 2024: भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की बर्थ एनिवर्सरी हर साल 14 नवंबर को चिल्ड्रेंस डे के रूप में मनाई जाती है। इस खास दिन पर स्कूल और कॉलेज कल्चरल इवेंट, क्विज और कांपटीशन आर्गनाइज करते हैं। जवाहरलाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर 1889 को हुआ था। वे भारत के पहले प्रधानमंत्री थे और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के जाने-माने नेता थे। देश के स्वतंत्रता आंदोलन में भी उनकी अहम भूमिका थी। बतादें कि पंडित जवाहरलाल नेहरू को प्यार से 'चाचा नेहरू' कहा जाता है। जवाहर लाल नेहरू को 'चाचा नेहरू' कहे जाने के पीछे बच्चों के प्रति उनका प्यार एक प्रमुख कारण माना जाता है। वह बच्चों को बहुत ज्यादा प्यार करते थे और उन्हें हर कदम पर मोटिवेट करते रहते थे। उन्होंने ही बच्चों के लिए स्वदेशी सिनेमा बनाने के लिए 1955 में चिल्ड्रन्स फिल्म सोसाइटी इंडिया की स्थापना की। आइए यहां इस खास दिन पर जानें पूर्व प्रधानमंत्री के कुछ खूबसूरत कोट्स जो बच्चों से लेकर बड़ों को एक नई राह दिखाते हैं...

कार्य में मूर्खता से अधिक भयावह कुछ भी नहीं है।

बहुत अधिक सतर्क रहने की नीति सबसे बड़ा जोखिम है।

जीवन ताश के खेल की तरह है। आपको जो हाथ दिया जाता है वह नियतिवाद है; जिस तरह से आप इसे खेलते हैं वह स्वतंत्र इच्छा है।

बुराई अनियंत्रित रूप से बढ़ती है, सहन की गई बुराई पूरी व्यवस्था को जहर देती है।

हम एक अद्भुत दुनिया में रहते हैं जो सुंदरता, आकर्षण और रोमांच से भरी है। यदि हम अपनी आंखें खुली रखें तो हमारे रोमांच का कोई अंत नहीं है।

समय को वर्षों के बीतने से नहीं मापा जाता बल्कि व्यक्ति क्या करता है, क्या महसूस करता है और क्या हासिल करता है, इससे मापा जाता है।

बच्चे बगीचे में कलियों की तरह होते हैं और उन्हें सावधानीपूर्वक और प्यार से पोषित किया जाना चाहिए, क्योंकि वे देश और कल के नागरिकों का भविष्य हैं।

राजनीति और धर्म अप्रचलित हो चुके हैं। विज्ञान और अध्यात्म का समय आ गया है।

आज के बच्चे कल के भारत का निर्माण करेंगे। हम उन्हें जिस तरह से पालेंगे, वह देश का भविष्य तय करेगा।

केवल सही शिक्षा के माध्यम से ही समाज का बेहतर क्रम बनाया जा सकता है।

Posted By: Shweta Mishra