तो क्या बच्चों को चूसने दे अंगूठा और कुतरने दें नाखून
परेशान होने की जरूरत नहीं
कई बच्चों को अंगूठा चूसने और नाखून कुतरने की आदत होती है। मां-बाप के लिए इन आदतों को छुड़वाना किसी मिशन से कम नहीं होता है। ऐसी स्थिति में ये अध्ययन हर मां-बाप को थोड़ा रिलेक्स फील कराएगा। कए गए अध्ययन में अध्ययनकर्ताओं ने पाया है कि जिन-जिन बच्चों में ये दोनों बुरी आदतें होती हैं उन्हें घर की धूल, घास, बिल्ली, कुत्ते और घोड़ो से कम एलर्जी होने का खतरा होता है। इसके साथ ही इन अध्ययनकर्ताओं का ये भी कहना है कि वो इस आदत को बढ़ावा नहीं दे रहें हैं बस इसका पॉजिटीव साइड सामने ला रहें है।
कम होती एलर्जी
पूर्व में न्यूजीलैंड के डुनेडिन स्कूल ऑफ मेडिसिन के साथ काम करने वाले और वर्तमान में कनाडा के मैकमास्टर युनिवर्सिटी से जुड़ हुये मैल्कम सियर्स ने बताया की उनके अध्ययन में स्वच्छता के सिद्धांत के समान है कि जीवन के आरंभिक समय में धूल या कीटाणुओं से संपर्क होने से एलर्जी के विकसित होने का खतरा कम रहता जाता है।