1993 मुंबई में हुए सीरियल ब्लास्ट के दोषी याकूब मेमन को कल सुबह 22 साल बाद फांसी दे दी गई। जिससे लेकर भारत की कुछ बड़ी हस्‍ितयों के साथ ही माफिया छोटा शकील ने विरोध जताया है। छोटा श्‍ाकील का कहना है उसे गलत सजा दी गई है। असली दोषी तो याकूब मेमन का भाई टाइगर मेमन है। इसके साथ ही उसने भारत को धमकी भी दी है।


अन्याय किया गयाजानकारी के मुताबिक 1993 मुंबई में हुए सीरियल ब्लास्ट के दोषी याकूब मेमन को मिली फांसी से माफिया जगत में भी इसकी हलचल मच गई है। इस मामले को लेकर कल माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम के करीबी छोटा शकील भी भड़क गया है। छोटा शकील का कहना है कि याकूब मेमन को के साथ भारत में अन्याय किया गया है। उसे यहां पर इंसाफ नहीं मिला। याकूब को जिस मामले की सजा मिली है उसमें वह बेगुनाह था। असली गुनहगार तो याकूब का भाई टाइगर मेमन है। सजा उसको देना चाहिए था।इतना ही नहीं इस दौरान छोटा शकील ने कहा कि याकूब के मामले से अब भारत के ऊपर से बिल्कुल ही भरोसा नहीं रह गया है।इरादे जता दिए
जिससे साफ है कि अब दाऊद इब्राहिम तो बिल्कुल ही भारत नहीं आ सकता है। याकूब पर जबरन गुनाह थोपकर भारत ने आगाह कर दिया है। हालांकि इस दौरान उसका कहना था कि याकूब मेमन ने इन धमकों में दाऊद इब्राहिम का नाम लिया था लेकिन उसका इससे दूर दूर तक कोई नाता नही है। इसके साथ ही उसका साफ तौर पर कहना है कि अब भारत सरकार ने बेगुनाह याकूब को सजा देकर अपने इरादे जता दिए हैं। याकूब मामले को लेकर पूरी डी कंपनी इसके विरोध में है। इसके साथ ही उसने इस मामले को लेकर भारत को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है।प्रायोजित बतायागौरतलब है कि कल 22 साल बाद मुंबई के सीरियल ब्लास्ट के दोषी याकूब मेमन नागपुर की सेंट्रल जेल में फांसी दे दी गई। इसके बाद इसके शव को उनके परिजनो को सौंप दिया गया था। याकूब की फांसी के मामले में सबसे खास बात तो यह रही कि ये देश का पहला ऐसा मामला है जिसमें अंतिम दम तक प्रकिया चलती रही। जिसमें एक ओर देश की राजधानी दिल्ली में याकूब की फांसी को लेकर जिरह हो रही थी। बावजूद इसके कांगेस नेता शाशि थरूर दिग्विजय सिंह जैसे नेताओं ने भी इसे प्रायोजित करार दिया था।

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Posted By: Shweta Mishra