टीम इंडिया के चीफ सलेक्‍टर चेतन शर्मा के एक स्टिंग ऑपरेशन से अफरातफरी मच गई। चेतन ने इस स्‍टिंग में कई बड़े-बड़े खुलासे किए हैं। चेतन का कहना है कि भारतीय क्रिकेटर्स फिट होने के लिए इंजेक्‍शन लेते हैं।

नई दिल्ली (एएनआई)। BCCI के चीफ सलेक्‍टर चेतन शर्मा ने एक न्‍यूज चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। चेतन शर्मा का कहना है कि भारतीय क्रिकेट टीम के स्‍टार प्‍लेयर पूरी तरह फिट रहने के लिए इंजेक्‍शन लेते हैं। जिसके बाद वो 100 परसेंट फिट हो जाते हैं। शर्मा ने कहा, "यहां तक ​​कि अगर खिलाड़ी 85 प्रतिशत फिट हैं, तो भी वे हमें खेलने के लिए कहते हैं, भले ही मेडिकली उन्‍हें मंजूरी नहीं मिलती। खिलाड़ी कभी भी मैच खेलने से इनकार नहीं करते हैं और खेलना चाहते हैं। बुमराह (जसप्रीत बुमराह) हैं जो ठीक से झुक भी नहीं सकते अभी। इसलिए बाहर हैं अन्यथा, 80 प्रतिशत फिटनेस पर, ये खिलाड़ी एक इंजेक्शन लेते हैं, हमारे पास आते हैं और हमें बताते हैं कि वे खेलने के लिए फिट हैं।'

पेन किलर दवा नहीं, डोपिंग में भी नहीं फंसते
मुख्य चयनकर्ता ने कहा कि भारतीय क्रिकेटर्स पेन किलर दवा नहीं लेते हैं क्योंकि इसके लिए डॉक्टर की पर्ची लेनी पड़ती है और यह डोपिंग रोधी नीतियों के तहत आता है। खिलाड़ी उन इंजेक्शनों से अच्छी तरह वाकिफ हैं जो डोपिंग रोधी नीतियों के तहत नहीं आते हैं। चेतन ने कहा, "वे पेन किलर दवा नहीं लेते हैं। वे इंजेक्शन लेते हैं और किसी को पता नहीं चलता। खिलाड़ी उन इंजेक्शनों से अच्छी तरह वाकिफ हैं जो डोपिंग रोधी के अंतर्गत नहीं आते हैं।"

प्‍लेयर्स के नाम नहीं किए उजागर
मुख्य चयनकर्ता ने खुलासा किया कि इंजेक्शन लगाने के लिए खिलाड़ी अक्सर डॉक्टरों को बुलाते हैं। उन्होंने कहा, "वे बड़े सुपरस्टार हैं। क्या उन्हें वास्तव में डॉक्टरों की कमी का सामना करना पड़ता है? वे उन्हें फोन करके अपने घर बुला सकते हैं और वह उन्हें एक इंजेक्शन दे देते हैं।" लेकिन शर्मा ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि कौन प्‍लेयर इंजेक्शन लेकर नियम तोड़ रहे हैं क्योंकि उन्हें हर समय ट्रैक करना मुश्किल है।