टेनिस के आधुनिक काल में सबसे चर्चित होड़ के दो किरदार आज ऑस्ट्रेलियाई ओपन के सेमी-फ़ाइनल दो-दो हाथ करेंगे.


शुक्रवार को दोनों जब आस्ट्रेलियन ओपन के सेमीफाइनल में एक-दूसरे को टक्कर देंगे तो खेलप्रेमियों के लिए ये मुकाबला किसी फाइनल से कम नहीं होगा.रोजर फेडरर को लगता है कि उनके नए कोच स्टीफन एडबर्ग के गुर मंत्र उनके काम आएंगे और वह नडाल के खिलाफ जीत हासिल कर पाएंगे.आमने-सामने दिग्गज-नडाल और फेडरर के बीच ये 33वां मुकाबला है-नडाल के पक्ष में जीत-हार का आंकड़ा 22-10 है-पिछले सात सालों में हर बार नडाल की जीत हुई है-फेडरर लगातार 11वीं बार आस्ट्रेलियन ओपन के सेमीफाइनल में पहुंचे हैं-फेडरर के खिलाफ ये नडाल का रिकॉर्ड 34वां ग्रैंड स्लैम सेमीफाइनल है.-फेडरर अब तक चार बार ऑस्ट्रेलियन ओपन जीत चुके हैं-फेडरर ने आखिरी बार वर्ष 2012 में विंबलडन में ग्रैंड स्लैम खिताब जीता था.


32 साल के फेडरर का आत्मविश्वास कहीं ज्यादा है. वह कहीं ज्यादा चुस्ती और फुर्ती से जीत हासिल कर रहे हैं.

पिछले सात सालों में जब भी नडाल और  फेडरर आमने-सामने आए हैं, तब स्पेनी टेनिस दिग्गज ने स्विस खिलाड़ी की उम्मीदों को चकनाचूर ही किया है.फेडरर ने नडाल के खिलाफ आखिरी जीत वर्ष 2007 में विंबलडन के फाइनल में दर्ज की थी.एडबर्ग से गुर मंत्र

फेडरर बताते हैं कि किस तरह पिछले महीने दुबई में उनकी स्टीफन एडबर्ग से मुलाकात हुई. तब एडबर्ग ने संकेत दिया कि वह नडाल के खिलाफ मुझको बेहतर तरीके से तैयार कर सकते हैं.वह कहते हैं, '' स्टीफन के पास कुछ अच्छी योजनाएं थीं. मुझे लगा कि इन योजनाओं पर चलना चाहिए.''ऑस्ट्रेलियन ओपन के पिछले 11 दिनों में फेडरर बिल्कुल बदले नजर आए हैं. खासकर जिस तरीके से उन्होंने जो विल्फ्रेड सोंगा और एंडी मरे को हराया, उसके बाद उनका 18वां ग्रैंड स्लैम जीतना फिर एक संभावना लगने लगा.फेडरर के पास अब नया और कहीं चौड़ा रैकेट है, साथ ही हैं बेहतर राय देने के लिए कोच के रूप में छह बार के ग्रैंड स्लैम चैंपियन स्टीफन एडबर्ग. वैसे फेडरर पिछले साल की दिक्कतों से भी उबर गए लगते हैं.ड्रीम रननडाल और फेडरर के बीच  हार जीत का रिकॉर्ड 22-10 से स्पेनी टेनिस दिग्गज के पक्ष में है. पिछले साल घुटने की चोट से उबरकर जोरदार वापसी करने वाले नडाल ने फ्रेंच औऱ अमरीकी ओपन जीते थे.इन दोनों खिलाड़ियों की पिछली टक्कर दो साल पहले यहीं मेलबर्न में ही हुई थी, तब नडाल ने चार सेट में मैच जीत लिया था.
फेडरर कहते हैं, ''कौन जानता है कि क्या होगा, वह मेरे खिलाफ वह हमेशा मुश्किल खिलाड़ी रहे हैं. लेकिन मैं खुश हूं कि मुझे उनके खिलाफ फिर स्लैम में खेलने का मौका मिला है.''

Posted By: Subhesh Sharma