11 देशों के मंत्रियों को अगवा करने वाला कार्लोस 'द जैकाल'
घंटी बजते ही सीफ़ के पुर्तगाली बटलर मैनुएल परलोएरा ने दरवाज़ा खोला। लंबे चौड़े शख़्स ने बिना एक सेकंड ज़ाया किए बटलर के माथे पर पिस्टल तान दी और कहा, ' टेक मी टू सीफ़।' बटलर उस शख़्स के साथ सीढ़ियाँ चढ़ रहा था कि सीफ़ की अमरीकी पत्नी लुइस ने ऊपर से ये दृश्य देखा। वो फ़ौरन अपने बेड रूम की तरफ़ दौड़ी, दरवाज़ा बंद किया और पुलिस को फ़ोन मिलाया। समय था सात बज कर दो मिनट।
पिस्टल जैम हुईतब तक बटलर उस शख़्स को सीफ़ के कमरे तक पहुंचा चुका था। उसने एक मीटर की दूरी से सीफ़ के चेहरे का निशाना लेते हुए फ़ायर किया। सीफ़ नीचे गिरते ही बेहोश हो गए। उसने सीफ़ पर दोबारा निशाना लगाया, लेकिन तभी उसकी पिस्टल जैम हो गई। दो मिनट बाद ही पुलिस की गाड़ी सीफ़ के घर के सामने रुकी। उस शख़्स को बिना ये जाने वहाँ से भागने के लिए मजबूर होना पड़ा कि उसका मिशन पूरा हुआ है या नहीं। बाद में पता चला कि वो गोली सीफ़ के ऊपरी होंठ पर छेद बनाती हुई उनके दांत से टकराई थी। जब थोड़ी देर बाद सीफ़ का ऑपरेशन हुआ तो डॉक्टरों ने उस गोली के साथ साथ उन हड्डियों के टुकड़े भी निकाले जो सीफ़ के जबड़े में धंस गए थे। इतनी पास से गोली खाने के बावजूद सीफ़ ये कहानी सुनाने के लिए ज़िंदा रहे।
एक ऐसा देश जहां आप ही नहीं स्विट्जरलैंड वाले भी रहना चाहते हैं! ये हैं खूबियां...
यमनी याद करते हैं, ''उस कमरे में हम दोनों अकेले थे। कार्लोस ने मुझसे साफ़ कहा कि आख़िर में मुझे मार डाला जाएगा। मैं आपको बताना चाहता हूँ कि ये आपके ख़िलाफ़ नहीं है बल्कि आपके देश के ख़िलाफ़ है। आप अच्छे आदमी है। मैंने कहा कि आप मुझे पसंद करते हैं, तब भी आप मुझे मारना चाहते हैं। आप शायद मुझसे कुछ करवाना चाहते हैं। कार्लोस ने कहा, मैं आप पर क्यों दबाव डालूँगा। मैं तो ऑस्ट्रियाई सरकार पर दबाव डाल रहा हूँ, ताकि हम यहाँ से निकल सकें। जहाँ तक आपकी बात है, आपको तो मैं वास्तविक्ता बता रहा हूँ।''
''सफ़र के दौरान वो मुझसे मज़ाक भी कर रहा था, लेकिन मैं ये नहीं भूल पा रहा था कि कुछ देर पहले ही उसने मुझे मार डालने की धमकी दी। मैंने उसकी बेतकल्लुफ़ी का फ़ायदा उठाकर पूछ ही डाला कि आप हमारे साथ क्या करने जा रहे हैं? कार्लोस ने जवाब दिया पहले हम अल्जियर्स जाएंगे और वहाँ दो घंटे रुकने के बाद ट्रिपोली की तरफ़ बढ़ेंगे। मैंने पूछा कि क्या लीबिया में कोई समस्या सामने आ रही है? कार्लोस ने इसका खंडन करते हुए
कहा कि वहाँ के प्रधानमंत्री हवाई अड्डे पर आकर हमारा स्वागत करेंगे और वहाँ से बग़दाद जाने के लिए एक बोइंग विमान हमें तैयार मिलेगा।'' बाद में वेनेज़ुएला के मंत्री हर्नान्डेज़ अकोस्टा ने भी याद किया, ''विमान में कार्लोस फ़िल्म स्टार की तरह ऑटोग्राफ़ दे रहा था।'' फ़्लाइट के दौरान क्रोशेर टाइडमान विमान के पिछले हिस्से में घायल क्लाइन के पास बैठी उसके माथे का पसीना पोछ रही थी। जब भी उसका होंठ सूखता, वो पानी से उसका होंठ गीला कर उसका ढांढस बंधाती। अल्जीरिया के विदेश मंत्री ने स्वागत कियाढाई घंटे की उड़ान के बाद कार्लोस का विमान अल्जियर्स के बाहर दर अल बैदा हवाई अड्डे पर उतरा। जैसे ही कार्लोस नीचे उतरा, अल्जीरिया के विदेश मंत्री अब्दुल अज़ीज़ बोतेफ़िल्का ने उसे मुस्कराते हुए गले लगा लिया। एक एंबुलेंस क्लाइन को अस्पताल ले गई। कार्लोस ने हवाई अड्डे पर तीस ग़ैर अरब मंत्रियों और उनके सहयोगियों को रिहा कर दिया। यमनी और ईरान के गृह मंत्री अमूज़ेगर सहित पंद्रह लोगों को विमान में ही बैठे रहने के लिए कहा गया।शुरुआती गर्मजोशी के बाद अल्जीरियाई सरकार से कार्लोस की बात बन नहीं पाई। उसने एक विमान की मांग की जिसे अल्जीरिया ने स्वीकार नहीं किया। आख़िरकार ऑस्ट्रिया से मिले विमान में ही तेल भरा गया और उसने ट्रिपोली के लिए उड़ान भरी। लेकिन वहाँ पर कार्लोस का वैसा स्वागत नहीं हुआ, जैसी उसे उम्मीद थी। इस बीच कार्लोस का एक साथी बीमार पड़ गया और विमान के ही एक कोने में उल्टी करने लगा। ट्यूनीशिया ने विमान उतरने से रोकारात के एक बजे विमान ने ट्रिपोली से फिर उड़ान भरी। जब विमान ट्यूनिस के ऊपर से गुज़र रहा था तो वहाँ के एयर ट्रैफ़िक कंट्रोल ने उसे वहाँ उतरने की अनुमति नहीं दी। कार्लोस के पास अलजियर्स वापस जाने के अलावा कोई चारा नहीं रहा।वहाँ कार्लोस ने मंत्रणा करने के बाद सभी बंधकों को रिहा करने का फ़ैसला किया। यमनी याद करते हैं, ''कार्लोस ने ऐलान किया कि मैं विमान से नीचे उतर रहा हूँ। पाँच मिनट बाद आप भी नीचे उतर जाइएगा।''''कार्लोस जैसे ही उतरा उसकी टीम भी उसके साथ नीचे उतर गई। मुझे डर था कि कहीं उनके उतरते ही विमान में विस्फोट न हो जाए। पांच मिनट तक इंतज़ार करने के बाद मैंने भी नीचे उतरने का फ़ैसला किया। लेकिन मेरे एक सहयोगी ने मुझसे पहले विमान से उतरने की कोशिश की। उसे डर था कि कार्लोस के लोग सीढ़ियों के पास मुझे निशाना बनाने के लिए बैठे होंगे।'' कार्लोस को पांच करोड़ डॉलर की रैनसम मिलीबाद में क्लाइन ने एक इंटरव्यू में कहा, ''कार्लोस ने मुझे बताया था कि उसने सऊदी मंत्री शेख़ यमनी को इसलिए नहीं मारा, क्योंकि अल्जीरियाई सरकार ने उसे पैसा और सुरक्षा देने का वादा किया था।''सालों बाद इस बात की पुष्टि हुई कि अल्जीरिया ने कार्लोस को इन लोगों की जान बख़्शने के लिए 5 करोड़ डॉलर दिए थे और ये पैसा उसकी तरफ़ से सऊदी अरब और ईरान ने दिया था।ये भी कहा गया कि कार्लोस ने ये पैसा अपने आक़ाओं को न देकर अपने निजी इस्तेमाल के लिए रख लिया। लेकिन ये एक अलग कहानी है।International News inextlive from World News Desk