चांद पर शूशू करने वाले पहले इंसान हैं बज एल्ड्रिन
आज ही के दिन 42 साल पहले इंसान ने जब चांद पर अपना पहला कदम रखा तो अटकलों और कयासों का एक ऐसा दौर सा शुरू हो गया जो फिर कभी खत्म नही हुआ. कभी वहां सबसे पहले पहुचने वाले इंसान के बारे में बाते हुईं तो कभी वहां से लाई गई मिट्टी पर अटकलें लगी. चांद पर रहने के दौरान और वहां से लौट आने के बाद तक का हर एक लम्हा इस कदर इंपारटैंट हो गया कि इस पर ना कितने सारे राइट्प्स, डाक्यूमेंट्रीज और मूवीज बनाई गईं. इसका हर पहलू इतना दिलचस्प रहा कि लोगों ने इसे आखों में बसा लिया.
हम बता रहे हैं एक सच के बारे में जो शायद बहुत कम लोग जानते होंगे. अगर रिपोर्ट की मानें तो बज एल्ड्रिन चांद पर सबसे पहले यूरिनेट करने वाले पहले इंसान हैं. अपोलो 11 के मिशन पर गये नील आर्मस्ट्राँग, माइकल कॉलिन्स, और बज एल्ड्रिन (एडविन एलड्रिन) ने 20 जुलाई 1969 को चांद की सतह पर लैंडिग की. कुछ ही देर बाद नील आर्म स्ट्रांग ने अपना पहला कदम बाहर निकाला. इसी के साथ वे चांद पर पहुंचने वाले दुनिया के पहले इंसान बन गए. फिर उनके पीछे बज एल्ड्रिन ने भी चांद पर अपना कदम रखा. वहां लू जाकर एल्ड्रिन बन गये चांद पर पहुचने वाले ऐसे इंसान जिन्होने सबसे पहले वहां शूशू की. Few more interesting Facts 1. एल्ड्रिन चांद पर ड्रिंक करने वाले पहले इंसान हैं. उन्होने चांद पर कदम रखने से पहले वाइन पी थी. 2. अमेरिका ने चांद पर अपना झंडा फहराने से पहले ढ़ेर सारे डिस्कशन्स किये. उसे डर था कि झंडा फहराने से दूसरे देशों को आपत्ति हो जाएगी और यह किसी नई मुसीबत को इनविटेशन देना ही होगा. 3. एस्ट्रोनाट्स को झंडा लगाते समय यह डर था कि अगर चट्टानों में यह सही से न लग पाया और गिर गया तो लाइव टेलीकास्ट हो रहे इस सीन से कंट्री की इमेज खराब हो सकती है. 4. चांद से वापस लौटते वक्त एल्ड्रिन से इन्जन को ऐक्टीवेट करने वाला स्विच टूट गया मगर जल्द ही एक बाल प्वाइंट पेन की मदद से उसे स्टार्ट कर लिया गया. 5. अपोलो 11 की लैंडिंग को 600 मिलियन लोगों ने लाइव देखा जो उस उस समय का एक वर्ड रिकार्ड था.