बांग्लादेश: इमारत के मलबे में 'ज़िंदगी' की तलाश !
हादसे में एक हज़ार से ज़्यादा लोग घायल हुए हैं. राहतकर्मी स्वयंसेवकों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. बड़ी-बड़ी मशीनों की सहायता से मलबे को हटाया जा रहा है.
पुलिस का कहना है कि फैक्टरी के मालिक ने चेतावनी को नजरंदाज किया था. उसे पिछले मंगलवार ही बता दिया गया था कि इमारत में दरारें उभर आई हैं.कहा जा रहा है कि हादसे के बाद से ही मालिक फरार हैं. इस हादसे के बाद एक बार फिर बांग्लादेश में काम करने की बेहद खराब स्थितियों के बारे में सवाल उठने लगे हैं.ढाके के बाहरी इलाके में जहां हादसा हुआ है वहां कपड़ा बनाने की फैक्टरी थी. इसके अलावा बैंक और अन्य दुकानें भी थीं. सुबह हुए हादसे के वक्त वहां काफी भीड़ भाड़ थी.बांग्लादेश में दुनिया की सबसे ज्यादा कपड़ा फैक्टरियां हैं. पश्चिमी ब्रांडों के लिए यहां सस्ती कीमत पर कच्चा माल मुहैया कराया जाता है. प्रधानमंत्री शेख हसीना ने मारे गए लोगों की याद में एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है.
भागने का मौका नहीं मिला
अग्निशामक दस्ते के एक कर्मचारी का कहना है कि ढाका के जिस सावा इलाके में हादसा हुआ है वहां करीब 2000 लोग थे. अग्निशामक दल के अधिकारी अबुल खायेर ने बताया, “हमनें उनकी सिसकियां सुनी हैं. हम इस तरह उन्हें नहीं छोड़ सकते”
राष्ट्रीय अग्निशमक दल के प्रमुख अहमद अली ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि पूरी इमारत पैनकेक की तरह कुछ मिनट के अंदर ही धराशायी हो गई. वहां काम रहे लोगों के पास भागने का भी मौका नहीं था.”
नीतियां जिम्मेदार
इससे पहले पिछले साल नवंबर में भी ढाका के ताजरीन इलाके में एक कपड़ा फैक्टरी में आग लग गई थी. इस घटना ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोगों का ध्यान खींचा था.