देश के एजुकेशन सेक्टर को बेहतर बनाने के लिए मोदी सरकार ने अपने पहले बजट में एजुकेशन पर खासा जोर दिया है. देश में बेहतर एजुकेशन के लिए अलग से फंड का प्रवधान किया जाएगा. जानिए क्या स्पेशल किया इस सरकार ने


'बेटी पढाओ, बेटी बचाओ'एनडीए सरकार देश में गर्ल्स एजुकेशन को लेकर खासे बड़े कदम उठाने को तैयार है. लड़कियों को बेहतर एजुकेशन प्रोवाइड कराना इस सरकार के मेन मोटिव में से एक है. सरकार ने 'बेटी पढाओ, बेटी बचाओ' योजना के लिए 100 करोड़ रुपये का प्रस्ताव जारी किया है. वहीं देश में एजुकेशन को बढ़ावा देते हुए सरकार ने प्राइमरी एजुकेशन के लिए 28 हजार करोड़ रुपये और सर्व शिक्षा अभियान के लिए 28,635 करोड़ रुपये का प्रस्ताव रखा है. दूसरी तरफ मदरसों के बेहतर डेवलेप्मेंट के लिए 100 करोड़ का प्रावधान किया गया.हर राज में खोलेंगे एम्स


बेहतर एजुकेशन और हेल्थ फेसेलिटीज हर देश की बेसिक रिक्वॉरमेंट होती है और एनडीए सरकार ने एजुकेश के साथ- साथ हेल्थ फेसेलिटीज पर भी काफी फोकस किया है. सरकार का टारगेट है कि वो देश के हर राज में एम्स खोले. इस योजना को आगे बढ़ाने की पहल सरकार ने कर दी है और अब चार नए एम्स खोले जाएंगे, जिसके लिए 500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. वहीं फ्यूचर में एनडीए सरकार देश के हर राज में एम्स खोलने की पूरी तैयारी में है.पांच आईआईटी और पांच आईआईएम

जिस तरह से सरकार एजुकेशन को लेकर सीरियस रुख अपना रही है उसको देख के तो लगता है मानो आने वाले पांच साल बाद देश में इललिट्रेट्स की संख्या में भारी गिरावट देखने को मिलेगी. सरकार अब हिमांचल प्रदेश, पंजाब, बिहार, ओडिशा, महाराष्ट्र में नए आईआईएम खोलेगी. वहीं, दूसरी ओर जम्मु एंड कश्मीर, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ, केरल और गोवा में सरकार आईआईटी खोलेगी. यही नहीं FTI(फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीटयूट ऑफ इंडिया) पुणे और कोलकाता को सरकार ने नेशनल इंस्टीटयूट का दर्जा दे दिया है. एनडीए सरकार में 12 नए मेडिकल कॉलेज खोलने को भी मंजूरी दी जाएगी. वहीं आंध्र प्रदेश और राजस्थान में कृषि विश्वविद्यालय खोले जाएंगे.

Posted By: Subhesh Sharma