BRICS Summit : पीएम मोदी 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में होंगे शामिल, वार्म वेलकम के लिए साउथ अफ्रीका तैयार
जोहान्सबर्ग (एएनआई)। BRICS Summit : दक्षिण अफ्रीका 22 अगस्त मंगलवार से जोहान्सबर्ग में 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने के लिए तैयार है। पांच सदस्य देशों ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के साथ 45 से अधिक देशों के प्रतिनिधिमंडलों के इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में भाग लेने की उम्मीद है।इसमें आपसी व्यापार और आर्थिक गतिविधियों जैसे अन्य कई अहम मुद्दे शामिल किए जाने हैं। वहीं भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में ब्राजील, चीन और दक्षिण अफ्रीका के नेताओं के साथ शामिल होंगे। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन वर्चुअल मीटिंग में शामिल होंगे जबकि रूसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव करेंगे। पीएम मोदी ''ब्रिक्स'' अफ्रीका आउटरीच और ब्रिक्स प्लस डाॅयलाग्स'' थीम पर एक स्पेशल प्रोग्राम में भी भाग लेंगे। यह ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के बाद आयोजित किया जा रहा है और इसमें दक्षिण अफ्रीका द्वारा आमंत्रित दर्जनों देश शामिल होंगे, जिनमें ज्यादातर अफ्रीकी महाद्वीप के हैं। कोविड के बाद पहला ब्रिक्स शिखर सम्मेलन
वहीं न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए, 1989 बैच के भारतीय विदेश सेवा अधिकारी, भारत के ब्रिक्स शेरपा दम्मू रवि ने कहा कि शिखर सम्मेलन के लिए विभिन्न देशों के लगभग 74 प्रतिनिधिमंडलों को आमंत्रित किया गया है। इसमें 40 से 45 से अधिक प्रतिनिधिमंडलों के इस कार्यक्रम में भाग लेने की उम्मीद है। 22-24 अगस्त के बीच विभिन्न अफ्रीकी देशों, लैटिन अमेरिका और इंडोनेशिया के प्रतिनिधिमंडलों के इस कार्यक्रम में शामिल होने की उम्मीद है। जोहान्सबर्ग के सैंडटन शहर की सभी सड़कों और प्रमुख सड़कों पर पोस्टर और बैनर देखे जा सकते हैं, क्योंकि यहां कोविड के बाद पहला व्यक्तिगत तीन दिवसीय ब्रिक्स शिखर सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। राष्ट्रपति को उम्मीद यह सम्मेलन सफल होगा दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने 19 जुलाई को ब्रिक्स देशों के शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए दक्षिण अफ्रीका की तैयारी की पुष्टि की थी। बतादें कि कोरोना वायरस महामारी और उसके बाद के वैश्विक प्रतिबंधों के उभरने के बाद व्यक्तिगत रूप से आयोजित होने वाला पहला ब्रिक्स शिखर सम्मेलन होगा। शिखर सम्मेलन में शामिल किए जाने वाले महत्वपूर्ण मुद्दों और अन्य संबंधित विदेश नीति मामलों पर एक व्यापक बयान जारी किया जाएगा। वहीं दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति रामफोसा को विश्वास है कि यह शिखर सम्मेलन सफल होगा और उन्होंने राष्ट्र से महाद्वीप और दुनिया के विभिन्न हिस्सों से आने वाले कई प्रतिनिधियों का विशेष अतिथि सत्कार करने का आह्वान किया है।