प्यार में पड़ते ही बदल जाता है यार?
समय ही नहीं देता
हां भई अब तो तेरे पास हमारे लिए टाइम ही नहीं रहा। ये एक ऐसा ताना है जो हर उस लड़के को अपने दोस्तों से सुनना पड़ता है जो हाल ही किसी रिलेशनशिप में गया हो। जाहिर है जिम्मेदारियां कम नहीं हुई पर एक नया रिश्ता भी निभाना है तो टाइम तो कहीं ना कहीं से निकालना होगा और वो दोस्तों के खाते से ही निकलता है।
झूठ भी बोलना पड़ता है
अब जाहिर है जब 24 घंटों के बीच सब मैनेज करना है तो किसी ना किसी से झूठ बोलना ही होगा। तो अगर दोस्त कहते हैं की तू झूठ बोलना सीख गया है तो क्या गलत है। कभी पेरेंटस से कभी गर्लफ्रेंड से भी और सबसे ज्यादा दोस्तों से ढूठ बोलना होता है।
अबे तेरे पास तो अब पैसे ही नहीं होते
अब सिंगल दोस्त तो नहीं समझ सकते ना कि गर्लफ्रेंड को शॉपिंग भी करानी होती है और डेट पर खिलाना पिलाना भी पड़ता है तो पैसे कहां से बचेंगे। दोस्तों पर खर्च करने से बचा जा सकता है, गर्लफ्रेंड के खर्चे से नहीं।
ओ हो बड़ा रेस्पेक्टफुली बात हो रही है
भले ही दोस्त चिढ़ाने के लिए कहते हों पर सच यही है कि वो भी आप की इस आदत से इंप्रेस होत हैं कि प्यार में पड़ते ही आप महिलाओं की इज्जत करना सीख जाते ैं। अब आप को समझ में आने लगता है कि एक महिला किन बातों से हर्ट हो सकती है।
ये भी एक कॉमन शिकायत है जो दोस्तों को होती है। गर्लफ्रेंड के मैसेज और काल्स आपको फोन से अलग होने ही नहीं देते तो जाहिर है आप उसी से चिपके रहेंगे।
बड़ा पंक्च्युअल हो गया है
अब एक खास टाइम पर मुलाकात करना जरूरी हो तो पूरा शेड्यूल सही से बनाना पड़ता है और आपके दोस्तों को लगता है कि आप पंक्च्युअल हो गये हैं। दरसल आप समय की कीमत समझ कर उसकी कद्र करना सीख गए हैं।
अब आप तो रिलेशनशिप में चले गए हैं यानि सिंगल दोस्तों से एक कदम आगे तो आप उन्हें भी टिप्स देने लगते हैं। अब जाहिर है कि वो भी रिलेशनशिप जायेंगे तो आप को टार्गेट नहीं बनायेंगे। इसके साथ ही भई पार्टनर तो उन्हें भी चाहिए और आप ठहरे सीनियर तो लगे रहिए।
सिर्फ शरीर से जुड़ना नहीं है रिलेशनशिप
आपके दोस्तों के वल्गर मजाक पर आप रोक लगाना चाहते हें क्योंकि अब आप समझ चुके हैं कि रिश्ता मन से जुड़ता है महज देह से नहीं। ऐसे मजाक करने वाले दोस्त अब आपको अच्छे नहीं लगते और आप उन्हें अवायड करना चाहते हैं।