कत्ल करो, मैं दूंगा इनाम: पाक मंत्री
प्रधानमंत्री के प्रवक्ता शफकत जलीली ने बीबीसी से बातीचत में कहा कि रेल मंत्री ग़ुलाम अहमद बिलौर की घोषणा से सरकार का कोई संबंध नहीं है.
बिलौर ने शनिवार को पेशावर में मीडिया से बातचीत में कहा कि जो भी व्यक्ति पैगंबर मोहम्मद का अपमान करने वाली अमरीकी फिल्म के निर्माता की हत्या करेगा, उसे वो एक लाख डॉलर का इनाम देंगे.उनके मुताबिक अगर आगे कोई व्यक्ति फिर ऐसी फिल्म बनाता है, तो वो उसे मारने वाले को भी इतना ही इनाम देंगे.पद पर बन रहेंगे रेल मंत्रीप्रधानमंत्री के प्रवक्ता ने अनुसार संघीय रेल मंत्री का संबंध सत्ताधारी गठबंधन में शामिल एएनपी पार्टी से है और प्रधानमंत्री उनके खिलाफ संभावित कदम उठाए के बारे में अपनी इस सहयोगी पार्टी से बात करेंगे.जलीली ने बिलौर के खिलाफ कार्रवाई किए जाने से इनकार नहीं किया लेकिन ये भी कहा कि वो फिलहाल अपने पद काम करते रहेंगे.आवामी नेशनल पार्टी ने भी खुद को बिल्लौर के बयान से ये कहते हुए अलग कर लिया है कि ये उनकी निजी राय है और पार्टी का इससे कोई लेना देना नहीं है.
इस्लाम विरोधी फ़िल्म के खिलाफ विश्व भर में मुसलमानों का विरोध जारी है. इसमें एक अमरीकी राजदूत समेत लगभग 50 लोगों की जाने गई हैं.पाकिस्तान में भी उग्र प्रदर्शनों हो रहे हैं जहां सरकार ने शुक्रवार को 'यौम-ए-इश्क-ए-रसूल' यानी पैगंबर के प्रति मुहब्बत का इज़हार करने का दिन, मनाने के लिए मुल्क भर में छुट्टी की घोषणा की थी. लेकिन इस दौरान हुए प्रदर्शनों में 19 लोगों की मौत हो गई.
विरोध जारीइस बीच, बांग्लादेश की राजधानी ढाका में शनिवार को प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में कई लोग घायल हो गए.समाचार एजेंसी एपी के अनुसार कई वाहनों को आग लगाने वाले प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए आंसू गैस और लाठी चार्ज का इस्तेमाल किया.उधर नाजीरिया में हजारों मुसलमानों ने कानो शहर में शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन किया. कई किलोमीटर तक मार्च करते हुए लोगों ने “अमरीका मुर्दाबाद, इसराइल मुर्दाबाद और इस्लाम के दुश्मन मुर्दाबाद” के नारे लगाए और अमरीका और इसराइल के झंडे जलाए.बेहद कम बजट में बनने वाली इस फिल्म 'इंनोसेंस ऑफ मुस्लिम्स' को किसने बनाया है, ये अभी पूरी तरह साफ नहीं है. अमरीकी सरकार इस फिल्म की कड़े शब्दों में निंदा करती है.