बोस्टन ब्‍लास्‍ट के संदिग्ध चेचेन्याई मूल के दो भाइयों में से छोटे जोखार सारनेव ने एफबीआई को बताया कि उसने अपने बड़े भाई तामेरलान सारनेव के कहने पर वारदात को अंजाम दिया था और उनके पीछे किसी विदेशी आतंकी संगठन का हाथ नहीं है. मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई.


खुद को जिहादी मानते थे दोनों भाई  जांच में शामिल एक अधिकारी के हवाले से सीएनएन ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, जोखार के साथ शुरुआती बातचीत में संकेत मिले हैं कि दोनों भाई खुद को कट्टर जिहादी मानते थे. 19 साल के जोखार का इस समय हॉस्िपटल में ट्रीटमेंट चल रहा है, जहां उसे डिस्िट्रक जज के सामने पेश किया गया. उस पर सामूहिक विनाश के हथियारों के यूज का प्लान बनाने का आरोप लगाया गया है. दोषी पाए जाने पर उसे मौत की सजा हो सकती है. इस ब्लास्ट में 3 लोगों की मौत और 200 लोग इंजर्ड हो गए थे. लिखकर दे रहे हैं जवाब


पुलिस की कार्रवाई में जोखार गंभीर रूप से घायल होने के कारण बोलने में असमर्थ है. इसलिए अधिकारियों के सवालों का लिखकर जवाब दे रहा है. जोखार ने बताया कि उसका बड़ा भाई तामेरलान इस हमले के जरिए इस्लाम की रक्षा करना चाहता था. पुलिस का कहना है कि जोखार ने शायद भागने के दौरान तामेरलान के ऊपर अपनी स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (यूएसवी) चढ़ाकर उसका मर्डर कर दिया. मोबाइल फोन का किया यूज

चेचन्या मूल के जोखार सारनेव ने बोस्टन मैराथन के दौरान प्रेशर कुकर बम में विस्फोट करने के लिए अपने मोबाइल फोन का यूज किया था. कोर्ट में एफबीआई द्वारा दायर की गई आपराधिक शिकायत में यह बात कही गई है.  एक अमेरिकी अदालत ने जोखार सारनेव के मामले की सुनवाई के लिए 30 मई की तारीख मुकर्रर की है. बोस्टन बम धमाके का वह अकेला जीवित संदिग्ध है. इस मामले की सुनवाई मेसाच्युसेट्स डिस्िट्रक कोर्ट में होगी.

Posted By: Garima Shukla