बॉलीवुड की चमक-दमक को छोड़कर चुनाव में धूल भरी सड़कों पर सिने स्टार्स को घूमते आपने कई बार देखा होगा.

- बॉलीवुड की कई हस्तियों ने लड़ा यूपी से चुनाव

- कई अभिनेताओं को रास नहीं आई राजनीति

- अभिनेत्रियों ने सियायत में बनाई नई पहचान

ashok.mishra@inext.co.in
LUCKNOW : बॉलीवुड की चमक-दमक को छोड़कर चुनाव में धूल भरी सड़कों पर सिने स्टार्स को घूमते आपने कई बार देखा होगा. सिल्वर स्क्रीन पर अपनी चमक बिखेरने वाले सितारे जब चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमाते हैं तो बेहद कम लोगों को ही सफलता मिल पाती है. खास बात यह है कि इसमें महिलाओं को पुरुषों के मुकाबले ज्यादा सफलता मिलती है. इस बार भी चुनाव में कई सितारे अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. यूपी उनका पसंदीदा राज्य है लिहाजा कई सीटों पर उनकी दावेदारी सामने आ रही है. आईए जानते हैं कि किस बॉलीवुड स्टार को यूपी की सियासत भा गयी और किसे इससे किनारा करना पड़ गया.

अमिताभ बच्चन- बॉलीवुड के सुपर स्टार अमिताभ बच्चन ने कांग्रेस के टिकट पर 1984 में इलाहाबाद से हेमवती नंदन बहुगुणा के खिलाफ चुनाव लड़ा था. खास बात यह है कि अमिताभ ने हेमवती नंदन के पैर छूने के बाद अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत की थी. हालांकि राजनीति अमिताभ को रास नहीं आई और उन्होंने बीच में ही सन्यास लेने का फैसला लिया.

जया बच्चन : अमिताभ की पत्नी और बॉलीवुड एक्ट्रेस जया बच्चन का राजनीतिक सफर सफलताओं से भरा रहा. सपा ने उनको कई बार राज्यसभा भेजा. सपा में जया बच्चन का कद कुछ ऐसा बढ़ता चला गया कि पार्टी के शीर्ष नेताओं में उनकी गिनती की जाने लगी. यही वजह है कि हर चुनाव में सपा उनको स्टार प्रचारक बनाती है. यूं कहे कि सपा में बॉलीवुड का सबसे सशक्त चेहरा जया बच्चन बन चुकी हैं.

हेमा मालिनी : बीजेपी के टिकट पर मथुरा से दो बार सांसद रह चुकीं मशहूर एक्ट्रेस हेमा मालिनी का सियासी कैरियर भी उतना ही चमकदार रहा जितना सिल्वर स्क्रीन का. भाजपा ने एक बार फिर हेमा मालिनी को मथुरा से प्रत्याशी बनाया है और उन्होंने इसे अपना आखिरी चुनाव करार दिया है. यूपी की सियासत में हेमा मालिनी की मौजूदगी बाकी स्टार्स के लिए किसी मिसाल की तरह है क्योंकि उनका पहले यूपी से कोई सीधा नाता नहीं था.

स्मृति ईरानी : अमेठी में राहुल गांधी के बाद किसी का नाम सर्वाधिक चर्चा में रहता है तो वे हैं स्मृति ईरानी. अमेठी में उन्होंने राहुल गांधी के खिलाफ पिछला चुनाव बेहद दमदार तरीके से लड़ा था पर जीत नहीं सकी थीं. इसके बावजूद भाजपा ने उनको केंद्रीय मंत्री बनाया और एक बार फिर उनको राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी में है.

राजबब्बर : जया बच्चन और हेमा मालिनी की तरह राजबब्बर का सियासी सफर भी शानदार रहा. कभी सपा का हिस्सा रहे राजबब्बर दो बार चुनाव जीतकर सांसद रह चुके हैं. पिछले चुनाव में वे गाजियाबाद में जनरल वीके सिंह से हार गये थे. कांग्रेस ने उनको पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया है और इस बार वे फतेहपुर सीकरी से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.

जयाप्रदा : जयाप्रदा का सियासी सफर उतार-चढ़ाव भरा रहा है. सपा के टिकट पर जयाप्रदा दो बार रामपुर से सांसद रह चुकी हैं. पिछले चुनाव में सपा से मतभेद के बाद उन्होंने रालोद के टिकट पर चुनाव लड़ा था पर शिकस्त का सामना करना पड़ा. इस बार उनको भाजपा ने रामपुर से टिकट दिया है और मुकाबला उनका विरोध करने वाले पूर्व मंत्री आजम खां से है.

रविकिशन : बॉलीवुड और भोजपुरी फिल्म स्टार रविकिशन सियासत में भी अपनी पहचान बनाने को लगातार प्रयासरत हैं. उन्होंने पिछला लोकसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर जौनपुर से लड़ा था पर सफल नहीं हो सके थे. दो साल पहले भाजपा में उनकी इंट्री हुई और हालिया लोकसभा चुनाव में उनकी सक्रियता अचानक बढ़ गयी. हाल ही में उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात भी की है.

दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' : भोजपुरी सुपर स्टार दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' ने हाल ही में भाजपा की सदस्यता ली है. साथ ही उनके लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा भी जोरों पर है. कयास लगाए जा रहे है कि वे आजमगढ़ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को चुनौती दे सकते हैं. उन्होंने हाल ही में अपना ट्विटर हैंडिल भी शुरू किया है जिसके जरिए वे विपक्ष को जमकर खरी-खोटी सुना रहे है.

संजय दत्त : पिता सुनील दत्त और बहन प्रिया दत्त की तरह संजय दत्त को सियासत ज्यादा रास नहीं आई या यूं कहे कि उनकी इंट्री ऐसी खराब हुई कि उनको राजनीति छोड़नी पड़ी. संजय दत्त को सपा ने वर्ष 2009 में लखनऊ लोकसभा सीट से टिकट दिया था. उन्होंने बाकायदा चुनाव प्रचार भी शुरू किया पर सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश की वजह से उनको अपनी दावेदारी वापस लेनी पड़ी. इसके बाद उन्होंने राजनीति से किनारा कर लिया.

नगमा : कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में शुमार मशहूर एक्ट्रेस नगमा मेरठ से पिछला लोकसभा चुनाव लड़ चुकी हैं पर उनको हार का सामना करना पड़ा था. चुनाव प्रचार के दौरान उनके साथ हुई अभद्रता ने तमाम सुर्खियां भी बटोरी. नगमा एक बार फिर कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में शामिल हैं हालांकि उनके चुनाव लड़ने के बारे में अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है.

नफीसा अली : वर्ष 2009 में जब संजय दत्त को लखनऊ से अपनी दावेदारी वापस लेनी पड़ी तो सपा ने मशहूर फिल्म निर्माता मुजफ्फर अली की पत्‌नी और पूर्व मिस इंडिया नफीसा अली को चुनाव मैदान में उतारा था. चुनाव में नफीसा का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा और वे चौथे स्थान पर आईं. इसके बाद उन्होंने भी सियासत से दूरी बना ली.

जावेद जाफरी : एक्टर जावेद जाफरी ने पिछला लोकसभा चुनाव आम आदमी पार्टी की ओर से लखनऊ से लड़ा था पर वे भी जीत नहीं पाए थे. चुनाव में उनका प्रदर्शन खासा खराब रहा और उनको केवल 41 हजार वोट ही नसीब हुए. इसके बाद जावेद जाफरी ने फिर चुनाव नहीं लड़ा और दोबारा बॉलीवुड की दुनिया में ही रम गये.

मनोज तिवारी : भोजपुरी फिल्मों के सुपर स्टार मनोज तिवारी वर्तमान में दिल्ली के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हैं. दस साल पहले उन्होंने सपा के टिकट पर गोरखपुर में योगी आदित्यनाथ को चुनाव में चुनौती दी थी. हालांकि पिछले लोकसभा चुनाव में उन्होंने भाजपा के टिकट पर दिल्ली से किस्मत आजमाई और सांसद बनने में कामयाब रहे.

 

 

Posted By: Kushal Mishra