अरशद की 6 Funny Tweets जो बताती हैं उनकी गंभीरता...
एक रुपये वाला ट्वीट:
अरशद वारसी देश की जनता के लिये कितने फिक्रमंद हैं शायद इसका अंदाजा उनके इस पोस्ट से आसानी से लगाया जा सकता है. उन्होंने मंहगाई की मार झेल रहे एक गरीब के लिये अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं. आज एक रुपये में एक गरीब आदमी का क्या भला हो सकता है. गरीबों की आंखो में जो सपने होते हैं वो बस सपने ही बनकर रह जाते हैं.
पति-पत्नी वाला कार्टून:
हसबैंड वाइफ पर काफी कार्टून बनाये जा चुके हैं, लेकिन अरशद का यह कार्टून काफी कुछ कह रहा है. शायद उनके इस पोस्ट से प्रतीत होता है कि पति पत्नी के रिश्ते में विश्वास और ईमानदार बहुत जरूरी है क्योंकि इन चीजों की कमी से रिश्ते टूटते हैं. जिनका साफ असर बच्चों पर पड़ता है.
On that note good night pic.twitter.com/UECMnqg4ex
— Arshad Warsi (@ArshadWarsi)
फ्रेंड सर्किल:
अरशद की इस पोस्ट से फ्रेंड सर्किल्ा की परिभाषा साफ झलकती है. दोस्त बनाने का मतलब यह नहीं होता है कि जितने चाहे उतने दोस्त बनाते जाएं और फ्रेंड सर्किल बढ़ाते जाएं. शायद उनका मानना यही है कि दोस्तों का सर्किल भले ही कम हो लेकिन ऐसा हो कि घूम कर एक दूसरे तक आए. एक दोस्त की जरूरत पर दूसरा दोस्त हाजिर हो और निस्वार्थ की दोस्ती हो.
ईद मुकारक:
ईद पर अरशद के इस कार्टूनिस्ट पोस्ट से लगता है कि शायद वह धर्म को आस्था और विश्वास का प्रतीक मानते हैं. वह धर्म को नफरता और कट्टरता नहीं बल्िक आपसी भाईचारे का एक जरिया मानते हैं. शायद उनके मुताबिक हर धर्म को एक समान आदर देना चाहिए. pic.twitter.com/i5vnbIPIJI— Arshad Warsi (@ArshadWarsi)
पिल्ला और बैटमैन:
अरशद के इस ट्वीट से साफ है कि उन्हें दोहरे चेहरे वाले इंसान नहीं भाते. उन्हें सरल साफ और एक सत्यता वाली छवि पसंद है. शायद उनका मानना है कि हम जो हैं वो हमारे व्यक्ित्व में बिल्कुल साफ दिखना चाहिए. दोहरे चेहरे में लाइफ बिल्कुल बोझ हो जाती है. pic.twitter.com/EnhAlqdVJk— Arshad Warsi (@ArshadWarsi)
उनकी बेटी का बनाया भाग मिल्खा भाग:
अरशद के इस पोस्ट से तो यही समझ आता है कि श्ाायद आज के दौर में बायोपिक फिल्में बनना बहुत जरूरी है. समाज में अच्छे व्यक्ित्ात्व वाले लोगों पर बनी बायोपिक फिल्में बच्चों के मस्ितष्क पर खास प्रभाव डालती हैं. इसका साफ उदाहरण है कि उनकी बेटी ने जैसे ही भाग मिल्खा भाग फिल्म देखी. उसने उनका चित्र अपनी ड्रॉइंग बुक नोट बुक में बना डाला.