तीन औरतें हैं अपने-अपने पतियों से परेशान हैं किसी का पति उसे बहुत मारता है तो किसी के पति को उसकी पत्नी की इज्जत का ख्याल नहीं है एक है जिसे अपने पति से शिकायत है कि वह इतना काम क्यों करता है। तीनों तय करती हैं कि उन्हें अब राहत चाहिए और तीनों अपने ही पति का मर्डर करवाती हैं। मोटे तौर पर ये कहानी तो आपको इस शो के ट्रेलर को देख कर आ गई होगी। लेकिन असल कहानी में कई बड़े ट्विस्ट हैं वे ट्विस्ट जाने के लिए शो एक दिलचस्प डार्क कॉमेडी ड्रामा है। पढ़ें पूरा रिव्यु

शो का नाम : ब्लैक विडोज
कलाकार : मोना सिंह, स्वास्तिका मुखर्जी, शमिता शेट्टी, शरद केलकर, परमब्रत चट्टोपाध्याय, आमिर अली, राइमा सेन,श्रुति ब्यास
निर्देशक : बिरसा दासगुप्ता
ओटीटी चैनल : जी 5
एपिसोड्स : 12
रेटिंग : तीन स्टार

क्या है कहानी
कहानी वीरा (मोना सिंह), जयति(जयति ), कविता (शमिता शेट्टी ) की कहानी है। ये तीन महिलाएं, अपने-अपने पति से परेशान हैं. तीनों एक हॉलीडे पर मिलती हैं। वहीं, वे अपने-अपने पति को एक बोट पर ब्लास्ट करवा के मार देती हैं, एक पैरेलल कहानी मनी गेम भी चल रही है, अब पूरा खेल सिर्फ पैसों के लिए होता है या फिर कुछ, इसके लिए आपको शो देखना होगा ब्लैक विडोज, नॉर्थ अमेरिका में पायी जाने वाले एक मकड़ी, ब्लैक विडो से प्रेरित है, इसका नाम ऐसा इसलिए हैं, क्योंकि ये जहरीली मकड़ी, अपने पार्टनर को मार कर खा जाती है। यह शो लोकप्रिय विदेशी सीरीज, ब्लैक विडोज का ही हिंदी रूपांतर है। इस पर कई सारी सीरीज बनी है, इस बार हिंदी मेकर्स इसे लेकर आये हैं।

क्या है अच्छा
उन्होंने यहाँ के दर्शक के इमोशन को पकड़ने की कोशिश की है, लेकिन कहानी में कुछ दिलचस्प ट्विस्ट होने की बजाय, सबकुछ प्रिडिक्टेबल है, और यह कहानी की कमजोरी बनती है। वीरा, जयति और कविता के अलावा, कहानी में इनाया (राइमा ) का किरदार भी रोमांचक है।

क्या है बुरा
पता नहीं, क्यों लेकिन इस शो के किरदार जिस अंदाज़ में संवाद बोल रहे हैं, ऐसा लग रहा है कि जैसे किसी साउथ की फिल्म को हिंदी में डब किया गया हो। अजीब ही ऐक्सेंट में सभी बात कर रहे हैं। कुछ अच्छे और बेहतर ट्विस्ट होते तो मजा आता। बे मतलब के किरदार भी जोड़े गए हैं, वे कहानी को बोरिंग बना देते हैं।

अदाकारी
शमिता शेट्टी को डंब का किरदार मिला है, जिसे उन्होंने अच्छे से निभाया है। मोना और स्वास्तिका शो की जान हैं। परमब्रत चट्टोपाध्याय और श्रुति का किरदार इस फिल्म में बहुत बनावटी नजर आये हैं। शरद केलकर ने अच्छा काम किया है, लेकिन इस बार इनाया के किरदार में राइमा ने बाजी मारी है। उन्होंने शो में अच्छा काम किया है।

वर्डिक्ट : एक बार देखी जा सकती है।

Review By: अनु वर्मा

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari