जेल में आसाराम ने अपना टिफिन किया ऑफर, लेकिन बेचैन सलमान खान ने न खाया न दिया कोई जवाब
आसाराम ने टिफिन ऑफर किया
जयपुर (ब्यूरो)। जोधपुर की सेंट्रल जेल में कैदी नंबर 106 यानी सलमान ने पहली रात काफी बेचैनी में काटी। वह रातभर अपनी बैरक में टहलते रहे, कभी ख़डे होते तो कभी बैठ जाते। सुबह करीब सा़ढ़े तीन बजे नींद आई और आठ बजे जग गए। शुक्रवार सुबह चाय के साथ मीठा दलिया खाया। लेकिन दोपहर में सामान्य कैदियों वाला भोजन लेने से इनकार कर दिया। सलमान की बहन अलवीरा ने गुरुवार को जेल की कैंटीन में 400 रुपये जमा कराए थे। इनसे ही शुक्रवार को ब्रेड और बटर मंगाकर खाया। हालांकि, पास की ही बैरक में रह रहे आसाराम ने अपना टिफिन ऑफर किया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। कोर्ट की अनुमति से आसाराम का भोजन उनके आश्रम से आता है। आसाराम और सलमान का बाथरूम एक ही है, जिसमें मिट्टी का एक मटका और लोटा रखा हुआ है। जमीन पर बिछाने के लिए एक दरी और चार कंबल दिए गए हैं। हवा के लिए एक पंखा है। उन्होंने सामान्य कैदियों वाले कप़ड़े पहनने से भी इनकार कर दिया है।
आज जमानत मिलने पर भी संशय
बतादें कि जज रवींद्र कुमार जोशी ने जमानत पर शुक्रवार को फैसला शनिवार तक के लिए सुरक्षित कर लिया था। न्यायिक सूत्रों के मुताबिक, जज शर्मा के कार्यभार संभालने तक जमानत याचिका पर सुनवाई संभव नहीं हो सकेगी। यानी सलमान खान को अभी कई और रातें जेल में काटनी प़ड़ सकती हैं। इस बीच जेल में सलमान की पहली रात बेचैनी में कटी। बताया गया है कि रात में सोने से पहले सलमान ने उसी जेल में बंद दुष्कर्म के आरोपित 'कथावाचक' आसाराम से थो़डी बात भी की। उल्लेखनीय है कि सलमान को जोधपुर के निकट कांकणी गांव में एक अक्टूबर, 1998 की रात दो काले हिरण की गोली मारकर हत्या करने के अपराध में गुरुवार को पांच साल जेल और दस हजार जुर्माने की सजा सुनाई गई।