मैनेज़मेंट की लापरवाही से अब तक सलेक्ट नहीं हो पायी है वर्ल्ड कप के लिए इंडिया की फाइनल प्लेइंग इलेवन: बेदी
नेशनल सलेक्टर्स और कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के एक्सपेरिमेंट इंडियन टीम पर भारी पड़ रहे हैं. क्रिकेट फैन्स के साथ-साथ पूर्व सीनियर क्रिकेटरों को भी लगने लगा है कि टीम इंडिया को कुछ अलग करना होगा. अपने जमाने के दिग्गज स्पिनर बिशन सिंह बेदी ने कहा कि भारत अभी तक अपने फाइनल इलेवन की पहचान नहीं कर पाया है. इंजर्ड रोहित शर्मा, भुवनेश्वर कुमार, रवींद्र जडेजा और इशांत शर्मा का सात फरवरी को फिटनेस टेस्ट होगा. इसके एक दिन बाद ही डिफेंडिंग चैंपियन टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्रेक्टिस मैच खेलना है. बेदी ने कहा कि टीम मैनेजमेंट ने इन चीजों पर बहुत देर से गौर किया.
बेदी ने कहा कि इंडियन टीम पिछले ढाई महीने से ऑस्ट्रेलिया में है, लेकिन वह अब भी अपनी कोर टीम तय नहीं कर पाई है. पांच या छह खिलाड़ी टीम का बेस होते हैं और उनका हर मैच में खेलना तय होता है. कांबिनेशन में बदलाव या किसी खिलाड़ी को रेस्ट देने के लिए एक-आध चेंज हो सकते हैं, लेकिन कुल मिलाकर छह या सात प्लेयर्स को लगातार खेलना चाहिए और ऐसा अभी तक नहीं हुआ है. प्रेक्टिस मैच से एक दिन पहले खिलाडिय़ों का फिटनेस टेस्ट किया जा रहा है. मेरा मानना है कि आपने बहुत देर कर दी. अगर मेडिकल बेस पर टीम में बदलाव किया जाता है तो उसके लिए भी बहुत देर हो चुकी है. खिलाडिय़ों को वापस बुलाने और उनके रिप्लेसमेंट को भेजने के लिए भी समय नहीं बचा है.
बेदी ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में पहले टेस्ट और बाद में ट्राइंग्युलर सीरीज में लचर प्रदर्शनखराब पर फार्मेंस करने के कारण टीम के लिए वापसी करना मुश्किल होगा. उन्हें खुद अपना कान्फिडेंस बढ़ाना होगा. वे ऐसा कैसे करेंगे यह पूरी तरह उन पर डिपेंड होगा. सेल्फ रेस्पेक्ट मतलब आप खुद को अपनी नजरों में कैसा पाते हैं. लोगों, मीडिया, कोच या कप्तान की नजरों में नहीं. यह तभी होगा जब आप कुछ अच्छा करेंगे और ऐसा अभी तक नहीं हुआ है. उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान को भी हाल में काफी कम सक्सेज मिली है. लेकिन हमें पाकिस्तान को इस तरह से नहीं देखना चाहिए. यह नहीं भूलना चाहिए कि भारत अपने टाइटिल को सेव करेगा और इसलिए हर टीम यहां तक कि अफगानिस्तान भी भारत को हराना चाहता है इसलिए सारी जिम्मेदारी भारत पर है. वे यह नहीं कह सकते कि उनके पास गंवाने के लिए कुछ नहीं है. उन्होंने कहा कि फाइनल फोर या विनर का प्रिडिक्शन करना बहुत मुश्किल है क्योंकि यह काफी खुला वर्ल्ड कप है. ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका, न्यूजीलैंड, भारत, इंग्लैंड सभी टाइटिल की रेस में हैं. यहां तक कि श्रीलंका और पाकिस्तान को भी नहीं नकारा जा सकता है.
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