आज हम जिस बॉलीवुड को देख रहे हैं और इसकी आलोचना और समालोचना कर पा रहे हैं यह 40 साल पहले ऐसा नहीं था. एक वक्‍त था जब बड़े-बड़े सितारों के बच्‍चों को भी बॉलीवुड में आने के लिए ऐड़ी से लेकर चोटी तक का दम लगाना पड़ता है. आइए वेटरन बॉलीवुड एक्‍ट्रेस नूतन के जन्‍मदिन पर उनकी कहानी..


स्विससूट पहनकर चौंकाया प्रसिद्ध बॉलीवुड एक्ट्रेस शोभना भरतिया की बेटी नूतन के लिए बॉलीवुड का सफर कोई आसान नहीं रहा. फिल्मों में आने से पहले मिस इंडिया बनने वाली नूतन को अपनी पहली फिल्म के लिए कई पापड़ बेलने पड़े. लेकिन साल 1958 में रिलीज हुई फिल्म 'दिल्ली का ठग' में स्विमसूट पहनकर नूतन ने इंडस्ट्री को हिलाकर रख दिया. इसके बाद आई बारिश में भी नूतन ने काफी बोल्ड सीन दिए जिनकी वजह से वह आलोचना का शिकार भी हुईं. एक्टिंग से भी गाढ़े झंडे


अक्सर बोल्ड सीन देने वाली एक्ट्रेसें एक्टिंग के पायदान पर खरी उतरती नहीं दिखाई पड़ती हैं. लेकिन बारिश में बोल्ड सीन देने के बाद नूतन ने अपनी फिल्म सुजाता और बंदिनी में धमाकेदार एक्टिंग करके अपनी इमेज को बदलकर रख दिया. वह उस दौर की मीनाकुमारी जैसी अव्वल दर्जे की एक्ट्रेसेस 21 नहीं ठहरीं. बॉलीवुड में सर्वाधिक फिल्म फेयर अवार्ड्स जीतने का रिकॉर्ड भी नूतन के नाम ही दर्ज है.

बंदिनी है सबसे अच्छी फिल्म

अगर नूतन के करियर की सबसे अच्छी फिल्म की बात की जाए तो बंदिनी के नाम को खास तौर पर लिया जाएगा. इस फिल्म में अशोक कुमार के साथ अभिनय करके नूतन ने इंडस्ट्री में अपने लिए एक खास जगह बना ली. ज्ञात हो कि स्वतंत्रता आंदोलन में जेल जाने वाली ग्रामीण महिला के ऊपर सिर्फ यही फिल्म बनी है. इस फिल्म को साल 1963 का बेस्ट फीचर फिल्म नेशनल अवार्ड भी मिला. इसके अलावा नूतन को बेस्ट एक्ट्रेस फिल्म फेयर अवार्ड मिला. Hindi News from Bollywood News Desk

Posted By: Prabha Punj Mishra