वो क्रिकेटर जिसका पहला मैच बना आखिरी, मैच खेलते चली गई थी आंखो की रोशनी
कानपुर। पूर्व इंग्लिश क्रिकेटर एंडी लॉयड का आज 62वां जन्मदिन है। 5 नवंबर 1956 को इंग्लैंड में जन्में लॉयड बाएं हाथ के बल्लेबाज रहे। लायॅड को बचपन से ही क्रिकेट खेलने का शौक था। हर खिलाड़ी की तरह उन्होंने भी अपने देश के लिए क्रिकेट खेलने का सपना देखा था हालांकि उनका यह सपना सालों बाद पूरा हुआ मगर वह ऐसा दर्द दे गया जिसे लॉयड जिंदगी भर नहीं भूल सकते। लॉयड ने अपने पूरे क्रिकेट करियर में पहला और आखिरी टेस्ट मैच 1984 में खेला था यह उनका डेब्यू टेस्ट भी था। डेब्यू टेस्ट में अस्पताल पहुंचे
क्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक, लॉयड को 27 साल की उम्र में पहला टेस्ट मैच जून 1984 में वेस्टइंडीज के खिलाफ बर्मिंघम में खेलने को मिला। 6 फुट लंबे लॉयड आखिरकार बैटिंग करने मैदान में आए। अभी उन्होंने 10 रन ही बनाए थे कि विंडीज के तेज गेंदबाज मैल्कम मॉर्शल की एक गेंद उनके सिर पर टकराई। यह गेंद इतनी तेज थी कि लॉयड वहीं मैदान पर गिर गए। उन्हें तुरंत स्ट्रेचर से मैदान के बाहर निकाला गया। यह चोट इतनी गहरी थी कि लॉयड सीधे अस्पताल पहुंच गए। बाद में पता चला कि लॉयड की आंखो की रोशनी कम हो गई। इसकी वजह से वह दोबारा कभी मैदान पर नहीं उतर पाए। ऐसा रहा पूरा क्रिकेट करियरआंखो की रोशनी कम होने से पहले एंडी लॉयड ने फर्स्ट क्लॉस क्रिकेट में काफी रन बना लिए थे। आंकड़ों पर नजर डालें तो इस खिलाड़ी के नाम 312 प्रथम श्रेणी मैचों में 34.28 की औसत से 17,211 रन दर्ज हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 29 शतक और 87 अर्धशतक निकले हैं। फर्स्ट क्लॉस करियर में लॉयड का हाईएस्ट इंडिविजुअल स्कोर नाबाद 208 रन है। वैसे आपको बता दें लॉयड इंग्लैंड की तरफ से 3 वनडे मैच भी खेल चुके हैं जिसमें उन्होंने कुल 101 रन बनाए थे।विराट कोहली बर्थडे : 10 साल से क्रिकेट खेल रहे कोहली भारत के इन मैदानों पर नहीं मार पाए सेंचुरीआज ही खेला गया था वो क्रिकेट मैच, जब भारतीय बल्लेबाजों ने खेलने से मना कर दिया और पाकिस्तान मैच जीत गया