500 सैटेलाइट धरती के हर कोने का लाइव HD वीडियो दिखाएंगे आपको! बिल गेट्स का ये प्रोजेक्ट है कमाल
ढेरों सैटेलाइट हर पल करेंगे धरती की वीडियो रिकॉर्डिंग और लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग
माइक्रोसॉफ्ट के फाउंडर और दुनिया के सबसे बडे रईसों में से एक बिल गेट्स एक ऐसा स्टार्टअप प्लान लेकर आए हैं, जिससे हम आप किसी भी पल धरती के हर एक कोने की लाइव HD फुटेज देख सकेंगे। साइंस और अंतरिक्ष के क्षेत्र में इससे बड़ा प्रोजेक्ट अब तक नहीं देखने को मिला है। धरती के हर एक इंच की 24 घंटे रिकॉर्डिंग करने वाले इस प्रोजेक्ट के पीछे बिल गेट्स के अलावा जापानी कंपनी Softbank and एरोप्लेन बनाने वाली दुनिया की बड़ी कंपनी Airbus भी शामिल हैं। इस प्रोजेक्ट के तहत हाईटेक कैमरा तकनीक से लैस 'बिग ब्रदर' नाम के तकरीबन 500 सैटेलाइट अंतरिक्ष में भेजे जाएंगे। ये सैटेलाइट हमारी धरती की लाइव HD फुटेज भेजने के साथ साथ, मौसम की सटीक जानकारी, दुनिया भर में शरणार्थियों के पलायन और अवैध फिशिंग कारोबार के बारे में छोटी से छोटी सही जानकारी देंगे।
500 पाउंड वजन के 500 सैटेलाइट हर सेकेंड धरती पर रखेंगे नजरEarthNow स्टार्टअप प्रोजेक्ट के फाउंडर Russel Hannigan का कहना है कि हम लोगों को रियल टाइम में धरती की हर एक गतिविधि से जोड़ना चाहते हैं। इसके लिए 500 पाउंड यानि करीब 225 किलोग्राम वजन वाले 500 सैटेलाइट धरती निचली कक्षा में चक्कर लगाएंगे और रात दिन हर वक्त धरती की रियल टाइम वीडियो शूट करके उसे सरकारों, वैज्ञानिकों, कंपनियों और आम लोगों तक पहुंचाएंगे। इस काम में बहुत पैसों के साथ साथ कई अत्याधुनिक तकनीकों को इस्तेमाल होगा।
विंडोज सिस्टम के बाद बिल गेट्स लेकर आए हैं दुनिया का सबसे बड़ा सैटेलाइट वीडियो स्ट्रीमिंग प्रोजेक्ट
इस अनोखे साइंस प्रोजेक्ट को लेकर बिल गेट्स का कहना है कि हमारे घर यानि हमारी धरती के हर एक कोने को हर पल बिल्कुल साफ साफ देखकर हम इसके बारे में और भी बहुत कुछ जान और सीख पाएंगे। इस प्रोजेक्ट के द्वारा हम पर्यावरण की द्रष्टि से भी धरती की बेहतर केयर कर पाएंगे। इस प्रोजेक्ट को शुरु करने जा रही कंपनी वॉशिंगटन से काम करेगी, जिसकी स्थापना पिछले साल ही ही हुई थी। इस प्रोजेक्ट में गेट्स तो अपनी पर्सनल पूंजी लगाएंगे, जबकि बाकी दो कंपनियां कितना कितना पैसा इंवेस्ट करेंगी, इसका खुलासा अभी तक नहीं हुआ है। इस प्रोजेक्ट में कौन कौन सी तकनीकों को इस्तेमाल होगा, साथ ही यह प्रोजेक्ट कितने वक्त में और कब पूरा होगा, इस बारे में भी अब तक कुछ भी पूरी तरह साफ नहीं बताया गया है।
इनपुट: dailymail.co.uk
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