बिहार की गौरव लेखिका थीं उषा किरण, निधन से स्त्री-विमर्श को अपूरणीय क्षति
पटना ब्यूरो।हिन्दी और मैथिली भाषा के कथा-साहित्य में विशिष्ट स्थान रखने वाली लेखिका डॉ.उषा किरण खान के निधन से बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन अत्यंत मर्माहत हुआ है। वह बिहार की गौरव लेखिका थीं। भारतवर्ष में बिहार की जिन लेखिकाओं को आदर से स्मरण किया जाता है, उनमे उषा जी का स्थान अद्वितीय है.यह शोकोदगार रविवार की संध्या साहित्य सम्मेलन में आयोजित शोक-गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए, सम्मेलन अध्यक्ष डा अनिल सुलभ ने व्यक्त किया। शोक-व्यक्त करने वालों में सम्मेलन के प्रधानमंत्री डा शिववंश पाण्डेय, उपाध्यक्ष डा उपेंद्र नाथ पाण्डेय, डा मधु वर्मा, डा कल्याणी कुसुम सिंह, डा ध्रुव कुमार, डा पूनम आनन्द, डा पल्लवी विश्वास, डा शालिनी पाण्डेय, डा पुष्पा जमुआर, सागरिका राय, दा सुमेधा पाठक, प्रो सुशील कुमार झा, बांके बिहारी साव, कृष्ण रंजन सिंह, ई अशोक कुमार, मीरा श्रीवास्तव आदि के नाम सम्मिलित हैं।शोक-गोष्ठी के अंत में दो मिनट का