- मार्च से ही हो रही है मास्क, ग्लव्स डंप के लिए प्लानिंग

- शहर में लोग हो रहे हैं संक्रमित, नहीं जाग रहा निगम

PATNA :

पटना में कोरोना तेजी से फैल रहा है लगभग कई इलाके इसकी चपेट में आ रहे हैं। इस बीच सड़कों पर भी यूज्ड मास्क, ग्लव्स फेंके हुए नजर आ रहे हैं जिससे संक्रमण के बढ़ने का खतरा और भी बढ़ गया है, लेकिन नगर निगम की नींद अभी भी नहीं टूटी है। लॉकडाउन से पहले नगर निगम ने यह घोषणा की थी कि कोविड-19 से बचने के लिए लोग मास्क और ग्लव्स पहन रहे हैं। इन यूज वस्तुओं को नॉर्मल कूड़े में नहीं कलेक्ट किया जाएगा बल्कि उसके लिए अलग से निस्तारण की व्यवस्था होगी। लॉकडाउन के शुरुआती दिनों में ही बनी यह योजना अब तक फाइल से निकल नहीं पाई है।

डोर टू डोर कलेक्ट करना था मास्क और ग्लव्स

निगम के द्वारा योजना बनाई गई थी कि सभी सफाई मजदूरों, डोर-टू डोर सेवा एवं रोड-टू-रोड सेवा में लगाई गई कचरा गाडि़यों में विशेष थैले रखे जाएंगे, जिसमें इस्मेताल किए गए मास्क एवं ग्लव्स एकत्रित होंगे। पहले ब्लैक पॉलिथीन उसके बाद येलो थैला रखने का निर्णय लिया गया, लेकिन अभी तक कूड़ा गाडि़यों में यह सेवा नजर नहीं आती। इसका नतीजा है कि कई लोगों द्वारा इस्तेमाल किए गए मास्क एवं ग्लव्स का निस्तारण गलत तरीके से किया जा रहा है। उनके द्वारा इन सामग्रियों को रोजमर्रा के कचरे के साथ ही डिस्पोज किया जा रहा है या सड़क पर ही खुले में फेंक दिया जा रहा है। ऐसा करने से न केवल सफाई कर्मी, बल्कि शहर में भी संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ रहा है।

बोर्ड की बैठक में की गई थी अलग निस्तारण की बात

नगर निगम की बोर्ड की बैठक मार्च में आयोजित हुई थी उस वक्त कोरोना के बढ़ते दुष्प्रभाव को देखते हुए

पटनाइट्स से मार्च में ही पटना नगर निगम ने अपील की थी कि वे इस्तेमाल किए गए मास्क एवं ग्लव्स को कागज या कपड़े के थैले में लपेटकर पैक करें और अलग रख दें। जब भी कचरा गाड़ी उनके घर पहुंचे, वे सफाई कर्मी को उपलब्ध कराए गए विशेष थैले में उसे डालें। लेकिन निगम की ओर से ही इस पर कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है।

Posted By: Inextlive