कुख्यात छोटे सरकार की हत्या के लिए दोनों शूटरों तक भेजी गई थी सफारी गाड़ी और तीन पिस्टल पिस्टल के लिए जेपी सेतु पुल के नीचे गए थे शूटर मनोज-मानिक गैंग के संपर्क में था ईनामी अपराधी आधा दर्जन आरोपितों की तलाश


पटना (ब्यूरो)। दानापुर कोर्ट परिसर में पेशी के दौरान कुख्यात अभिषेक उर्फ छोटे सरकार की हत्या करने वाले मौके पर गिरफ्तार शूटरों को पिस्टल पहुंचाने वाले नीतीश कुमार को रविवार को नौबतपुर से गिरफ्तार किया गया। घटना में उपयोग की गई दो पिस्टल मौके से बरामद की गई थी। पुलिस ने उस सफारी गाड़ी को भी बरामद कर लिया जिससे शूटरों तक तीन पिस्टल पहुंचाने के लिए उपयोग किया गया था। गिरफ्तार नीतीश के घर से एक पिस्टल और 15 गोली बरामद हुई है।


पूछताछ में पता चला कि दोनों शूटरों तक तीन पिस्टल पहुंचानी थी, लेकिन एक उसने अपने पास रख ली। पिस्टल सफेद रंग की सफारी गाड़ी से जेपी गंगा पथ पुल के नीचे लायी गयी थी। दोनों शूटर को पुल के नीचे लोडेड पिस्टल दी गयी थी। पुलिस के अनुसार आरोपितों के बयान और जो साक्ष्य मिले हैं, उससे स्पष्ट हो गया है कि छोटे सरकार की हत्या की योजना कुख्यात बाप बेटा मनोज और मानिक गैंग ने बनाई थी। इन दोनों का करीबी उज्ज्वल और एक इनामी अपराधी की भी संलिप्तता सामने आ रही है। इनामी अपराधी मूल रूप से मोकामा का रहने वाला है, लेकिन बुद्धा कालोनी में भी उसके कई ठिकाने है। उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं और हाल में इनाम की राशि बढ़ाकर दो लाख कर दी गई है। 25 दिनों से सफारी में घूमते रहे चारों अपराधी15 दिसंबर की दोपहर बेउर जेल से दानापुर कोर्ट परिसर में पेशी के लिए गया कुख्यात छोटे सरकार की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दोनों कार बुक करके दानापुर कोर्ट पहुंचे थे। पुलिस कार की पहचान कर उसके चालक से पूछताछ की। उसने बताया कि कुछ देर के लिए दोनों जेपी गंगा पुल के पास रुके थे। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर सफेद रंग की सफारी गाड़ी की पहचान कर उसके मालिक से पूछताछ की। सफारी के मालिक ने पुलिस ने बताया था कि उसके चालक ने किसी को 20 से 25 दिनों के लिए गाड़ी दे रखी थी। इसके बाद पुलिस नीतीश कुमार तक पहुंची।पत्रकारनगर से चोरी की गई थी बाइक घटना को अंजाम देने के बाद दोनों शूटर को बाइक से भागना था। तीसरा अपराधी कोर्ट परिसर के पास ही बाइक खड़ी कर खड़ा था। बाइक पांच दिसंबर को पत्रकार नगर थाना क्षेत्र से चारी हुई थी जिसका उपयोग शूटर कर रहे थे। ताकि सीसीटीवी कैमरे से न हो सके पहचान

सुपारी लेने वाले इनामी अपराधी को इस बात की जानकारी थी कि स्थानीय शूटर का इस्तेमाल करने पर उनकी पहचान उजागर हो सकती है। इस वजह से उसने मुजफ्फरपुर से दोनों शूटरों को बुलाया था। निशाना चूकने पर फायङ्क्षरग करता तीसरा शूटरपुलिस के अनुसार हत्या के लिए दोनों शूटरों को एक 9 एमएम और एक 7.65 बोर की पिस्टल दी गई थी। तीसरा शूटर निशाना चूकने पर गोली चलाता।

Posted By: Inextlive