रीढ़ की हड्डी में ट्यूबरक्युलोसिस हो जाने के कारण उसके दोनों पैर सुन्न हो गए थे


पटना ब्‍यूरो। पटना के पीएमसीएच में आयुष्मान भारत योजना के तहत स्पाइन की निशुल्क सर्जरी की गई। 3 महीने से वह बेड पर था। रीढ़ की हड्डी में ट्यूबरक्युलोसिस हो जाने के कारण उसके दोनों पैर सुन्न हो गए थे और वह कुछ भी नहीं कर पा रहा था। स्थिति यह थी कि वह ना तो खुद से चल सकता था ना ही कुछ कर सकता था। 45 साल के रहमतुल्ला शाह काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। माली हालत ठीक नहीं होने के कारण कई जगह भटके लेकिन सर्जरी नहीं करा पाए। सीतामढ़ी के बनचौरी गांव के रहने वाले रहमतुल्ला इसके बाद ने पीएमसीएच का रुख किया, जहां उनको आयुष्मान भारत योजना के तहत सर्जरी की गई।


इसी तरह कटिहार के श्रवण कुमार पंडित को 11 हजार वोल्ट से करंट लग गई थी, जिसके कारण उसके पैर-हाथ सुन्न हो गए थे। गिरने के कारण उसके गर्दन की नस दब गई थी और वह बुरी तरह से परेशान था। कई जगह से निराश लौटने के बाद वह पीएमसीएच पहुंचा, जहां उसकी सफल सर्जरी की गई। दोनों सर्जरी स्पाइन सर्जन डा महेश प्रसाद के नेतृत्व में गुरुवार को अंजाम दिया गया।

टीम में डा। अनिरुद्ध प्रसाद, डा सौरभ, और डा। अमन, डा.विवेक, डा चांद और डा पीयूष रहे। आर्थोपेडिक डिपार्टमेंट के यूनिट इंचार्ज और स्पाइन सर्जन डा। महेश प्रसाद ने बताया कि रहमतुल्ला की सर्जरी काफी नाजुक थी। डार्सल स्पाइन में टीबी हो गया था जिसके कारण शरीर का निचला हिस्सा लकवाग्रस्त हो गया था। वहीं करंट के झटके से गिरने के कारण पंडित की गर्दन की नस दब गई थी। दबाव के कारण सर्वाइकल स्पाइन डैमेज हो गया था। सर्जरी से मरीज को राहत हुई है.हमलोगों ने ऐसी दो सर्जरी की है। आर्थोपेडिक डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष प्रो। भरत सिंह ऐसे मरीजों की सर्जरी के लिए बढ़ावा देते हैं, जिनकी माली हालत ठीक नहीं है। गरीब मरीजों को आयुष्मान योजना के तहत ऐसी सर्जरी पीएमसीएच में कराई जा रही है।

Posted By: Inextlive