Patna News : स्पेशल ट्रेन केवल फेयर के लिए है स्पेशल
पटना ब्यूरो। अगर आप दिवाली या छठ पूजा में शहर से बाहर जाने की प्लानिंग कर रहे हों और इसके लिए ट्रेन की तलाश कर रहे हों तब शायद आज की यह खबर आपके काम की हो सकती है। रेग्यूलर ट्रेनों मेें तो फेस्टिव सीजन के महीने-दो महीने पहले ही नो रूम की स्थिति बन जाती है। यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे की ओर से पूजा स्पेशल
ट्रेनें चलायी जा रही हैं। लेकिन ये ट्रेनें केवल फेयर के मामले में ही स्पेशल हैं। कई स्पेशल ट्रेनों की आवाजाही की गहन पड़ताल के बाद यह कह सकते हैं कि इसका कोई शिड्यूल ही नहीं है। ट्रेन कब स्टेशन पर आएगी और कब खुलेगी, इसके बारे में पता करना भी मुश्किल है। जबकि इसका फेयर रेग्यूलर ट्रेनों से अधिक होता है। आलम यह है कि स्पेशल ट्रेनें एक दो नहीं बल्कि 10 से 12 घंटे तक की देरी से चल रही है। रात 10 बजे की ट्रेन सुबह 11 बजे पहुंच रही है।
आज हमने ऐसे ही कुछ स्पेशल ट्रेनों की विशेष पड़ताल की है। पेश है उस पर आधारित रिपोर्ट।
रैक उपलब्ध नहीं होने से लेट हो रहीं ट्रेनें
स्पेशल ट्रेनों के लिए पर्याप्त रैक उपलब्ध नहीं होने के कारण ट्रेनें खुलनेवाले स्टेशन पर ही समय से नहीं पहुंच पा रही हैं। रात 10 बजे पहुंचने वाली ट्रेन सुबह 11 बजे पहुंच रही है। आप इस स्पेशल ट्रेन के सहारे ऐसी प्लानिंग नहीं कर सकते कि इस ट्रेन से जाने के बाद दूसरे शहर से दूसरी ट्रेन समय से पकड़ लेंगे। प्लेटफॉर्म पर ही पूरी-पूरी रात गुजारनी पड़ रही है। क्योंकि ट्रेनों का आने का समय न तो आप ऑन लाइन ट्रैक कर सकते और न ही रेलवे की ओर से इस बारे में कोई अनाउंसमेंट किया जाता है। रेलवे स्टाफ बस इतना ही कहते हैं कि रैक आएगी तब ही खुलेगी। इससे अधिक वे कुछ नहीं बता पाते। आनंद बिहार से पटना होते हुए मुजफ्फरपुर जाने वाली 05220 आनंद बिहार मुजफ्फरपुर स्पेशल आनंद बिहार से ही लेट खुली। पटना पहुंचने का इस ट्रेन का टाइम रात्रि 10 बजे है जबकि दूसरे दिन 11 बजे ये ट्रेन पटना पहुंची।
स्पेशल ट्रेन एक नजर में
- 05220 आनंद बिहार मुजफ्फरपुर -12 घंटे लेट
-02394 न्यू दिल्ली पटना स्पेशल 6 घंटे लेट
-04070 आरजीडी फेस्टिवल 1.50 मिनट लेट
-03109 हावड़ा पटना स्पेशल 2 घंटे लेट
-12327 उपासना 2 घंटे 25 मिनट लेट
-20802 मगध एक्सप्रेस 1 घंटे 20 मिनट लेट
पटना से खुल रही है लेट
पटना से नई दिल्ली जाने वाली गाड़ी संख्या 02393 सप्ताह में छह दिन चल रही है। मगर प्रति दिन पटना से निर्धारित समय रात्रि के 8 बजे के बदले रात्रि 10 बजे के आसपास ही खुल रही है। मंगलवार को ये ट्रेन 2 घंटे लेट पटना जंक्शन से खुली।
इनकमिंग रेक उपलब्ध नहीं होने से ट्रेन अपने निर्धारित समय पर नहीं खुल पा रही है। दिल्ली आने वाली ट्रेन वहीं से लेट खुल रही है। इसलिए लेट पहुंच रही है। मेंटिनेंस में समय लगाता इसलिए लेट हो जा रहा है।
-अभिनव सिद्धार्थ, सीनियर डीसीएम, दानापुर रेल डिविजन सामान्य ट्रेनों से स्पेशल ट्रेनों का स्पीड कम है। ज्यादा स्पीड वाले ट्रेन को पहले निकालते हैं। रेक उपलब्धता, और सिग्नल सिस्टम फेल होने की वजह से भी ट्रेन अक्सर लेट होती है।
-प्रभाष राघव, डीएमओ, दानापुर रेल डिविजन
लेट लतीफी की समस्या अब आम बात हो गया है। रेलवे को अपने समय में सुधार करने की आवश्यता है। तभी ट्रेन समय पर पहुंचेगी।
- सुरेन्द्र कुमार, यात्री
ठंड के मौसम शुरू हो गया है इस मौसम में ट्रेन का लेट होना आम बता है। समय से अगर रेक उपलब्ध हो जाए तो ट्रेन समय से खुल जाएगी।
- एस-एन साहनी, यात्री
-विनोद साहनी, यात्री
-ट्रेन के लेट होने की वजह
-सामान्य ट्रेनों से स्पेशल ट्रेनों की स्पीड कम होना
- सिग्नल फेल होने की वजह से भी ट्रेनों का लेट होना
- रेक उपलब्ध न होने की वजह से भी ट्रेन लेट होता है। - -सामान्य ट्रेनों को पहले निकालना मजबूरी
दानापुर डिविजन के डीएमओ प्रभाष राघव ने बताया कि स्पेशल ट्रेनों के स्पीड लिमिट होता है। सम्पूर्ण क्रांति व राजधानी एक्सप्रेस सहित तमाम समान्य ट्रेनों का अधिकतम स्पीड 130 किमी प्रति घंटा है जबकि स्पेशल ट्रेनों का स्पीड 110 किमी प्रति घंटा निर्धारित है। लाइन खाली होने पर सामान्य टे्रनें 130 किमी प्रति घंटे की स्पीड चलती ऐसे में स्पेशल ट्रेन को रोककर सामान्य ट्रेनों का आगे बढ़ाया जाता है।
-ट्रैक का बढ़ा लोड
दानापुर रेल डिविजन के डीएमओ प्रभाष राघव ने बताया कि पटना दीनदयाल उपाध्याय रेल खंड पर 24 घंटे में 60 ट्रेन का परिचालन होता था। अब इसकी संख्या 80 से 85 हो गया। साथ ही माल गाड़ी का लोड भी बढ गया है जिस वजह से ट्रैक खाली कम मिलता है। ज्यादा स्पीड में आने वाली ट्रेन को प्राथमिकता के तौर आगे बढ़ाया जाता है। उन्होंने ने बताया कि सिग्नल फेल होने की समस्या भी आम बात है। सिग्नल फेल होने से ट्रेन अक्सर लेट होती है।
स्पेशल ट्रेन से दिल्ली से पटना आने वाले यात्री विजय ने बताया कि नेशलन ट्रेन इंक्वायरी सिस्टम पर जब स्पेशल ट्रेन की जानकारी लेने कोशिश किए तो डिपार्चर समय तक सही बताया। मगर पूर्व मध्य रेल के क्षेत्र में जैसे ही ट्रेन प्रवेश की अपडेट आना बंद हो गया। ऐसे में ट्रेन कितना लेट है इसकी सही-सही जानकारी मिलना मुश्किल था।