बिहार : सोनपुर मेला में कलाकारों की एक से बढ़कर एक प्रस्तुति, देखने को मिला आस्था का अद्भुत संगम
-गानों की धुन पर कलाकारों की एक से बढ़कर एक प्रस्तुति
patna@inext.co.inSONPUR/PATNA : हरिहरक्षेत्र सोनपुर मेला में पर्यटन विभाग का मुख्य सांस्कृतिक पंडाल। यहां मेला में आने वाले दर्शकों के मनोरंजन के लिए जहां मंच पर लोकगीत व फिल्मी गानों की धुन पर कलाकारों की एक से बढ़कर एक प्रस्तुति वहीं नुक्कड़ नाटक व लोकगीत के माध्यम से कुरीतियों पर करारा प्रहार और स्वच्छता का संदेश भी। मेला क्षेत्र में मुख्य सांस्कृतिक पंडाल के मंच पर समृद्ध व गौरवशाली लोक संस्कृति परंपरा की झलक के साथ-साथ आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है।मन भावे मइया के चुनरिया
सोमवार को मुख्य सांस्कृतिक पंडाल के मंच पर कलाकारों ने भक्ति भजन, लोकगीत व फिल्मी गीत की धुन पर ऐसी प्रस्तुति दी कि दर्शक दीर्घा में बैठे लोग झूम उठे। कार्यक्रम की शुरुआत में लालमोहन चौबे व कृष्ण भगवान ने गणेश वंदना गौरी नंदन हे जगनंदन की प्रस्तुति पर दर्शक दीर्घा में बैठे लोग भक्ति रस में डूबे नजर आए। वहीं देवी भजन मन भावे मइया के चुनरिया चकमकदार सइंया लेले अइह, बहते बहे रे पुरवइया गाने की धुन पर अर¨वद व पूजा रानी ने जब भाव नृत्य प्रस्तुत किया दर्शक दीर्घा में बैठे लोग झूम उठे। पूरा सांस्कृति पंडाल तालियों की आवाज से गूंज उठा। इसके बाद नवोदित कलाकार कुंदन ने ऐ विधाता हो समइया ई कहवां लेके जाई गीत की धुन पर भावपूर्ण नृत्य प्रस्तुत कर खूब तालियां बटोरी। इसके बाद सत्येंद्र व मधु की जोड़ी ने मोरंग-मोरंग सुनईछी ए जट्टा गीत की धुन पर बेहतरीन प्रस्तुति दी। वहीं गुडि़या कुमारी ने भावपूर्ण नृत्य से दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कुरीतियों पर किया प्रहारमेला क्षेत्र में पर्यटन विभाग के मुख्य सांस्कृति पंडाल में जहां कलाकारों की एक से बढ़कर एक प्रस्तुति का दर्शक भरपूर लुत्फ उठा रहे हैं। वहीं नुक्कड़ नाटक व लोकगीत के माध्यम से सामाजिक कुरीतियोच् व स्वच्छता के प्रति जागरूकता संदेश भी दिए जा रहे हैं। सोमवार को कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यमच्से स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक किया। कार्यक्रम का संचालन विट्ठलनाथ सूर्य ने किया।