मुझे छोटू से मिलने का बहुत मन कर रहा
- लीबिया जेल में 21 साथियों के साथ 13 मार्च से कैद है बृज किशोर कुमार
- दुलहिन बाजार स्थित काबिनपुरा का रहने वाला था बृजकिशोर - डीएम, एएसपी, होम मिनिस्टर से पिता ने लगाई गुहार, नहीं हुई कार्रवाईPATNA: मेरी प्यारी मनीषा तुझे क्या बताऊं। जबसे मुझे लीबिया जेल में बंद किया गया है तबसे मेरी घर आने की इच्छा और अधिक बढ़ गई है। एक साल का छोटू मुझे और अधिक याद आ रहा है। यह चंद लाइनें उस टाइम की है, जब लीबिया जेल से बृज किशोर कुमार ने अपनी वाइफ मनीषा से फोन पर बात कीे। आज पटना सहित पूरा बिहार बेगुनाह ब्रिज किशोर कुमार की रिहाई के लिए रो रहा है। लीबिया जेल में बद शहर के दुलहिन बाजार स्थित काबिनपुरा के बृज किशोर सउदी अरब में मोटर टेकर मॉर्निग ग्लोरी, सउदी शिपिंग कंपनी में मोटर टेंकर के पोस्ट पर तैनात था। इंटरेस्टिंग बात तो यह है कि पिता जितेन्द्र कुमार अपने बेटे के रिहाई की गुहार सिटी एएसपी मनु महराज, डीएम डॉ। एन सरवन कुमार सहित कई बड़े ऑफिसर्स से लगा चुके हैं। लेकिन आश्वासन के अलावा इन्हें और कुछ नहीं मिला है।
क्या है यह मामलादुलहिन बाजार स्थित काबिनपुरा के रहने वाले बृज जकिशोर कुमार पटना से सउदी अरब में सउदी शिपिंग में मोटर टेकर के पोस्ट पर काम कर रहे थे। कंपनी के जहाज से लीबिया तेल पहुंचाने के लिए गए थे। इस दौरान बिना किसी कारण लीबिया गर्वनमेंट ने बृज किशोर सहित ख्क् लोगों को पकड़ क्फ् मार्च को जेल में डाल दिया। इस दौरान बृजकिशोर के पिता जितेन्द्र कुमार ने बेटे की रिहाई के लिए डीएम, एएसपी, होम मिनिस्टर आदि कई जगहों पर लिखित में कंप्लेन भी किया लेकिन इसके बाजवूद कार्रवाई के नाम पर आश्वान के अलावा कुछ भी नहीं मिला।
पैरों तले खिसकी जमीन पिता जितेन्द्र कुमार ने बताया कि जैसे ही बेटे के कैद की सूचना मिली उस टाइम मनीषा की पैरों तले जमीन खिसक गई थी। बाद में उसका मोबाइल बंद कर दिया गया और हम लोगों ने लाख संपर्क करने की कोशिश की लेकिन नहीं हो पाया। ख्भ् मार्च को लीबिया के जेल से बृजकिशोर का आखिरी फोन आया। किशोर की मां नीलम देवी ने बताया कि जेल में किसी दूसरे के मोबाइल से फोन आया था। उस दौरान बृजकिशोर अपने पापा से जल्द से जल्द रिहाई की दुहाई मांग रहा था।