साकेत हत्याकांड के एक नेम्ड का murder!
इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाना फिलहाल पुलिस के लिए भी मुश्किल लग रहा है। जिन दो अपराधियों को पुलिस ने पकड़ा है, उसने तो मुकेश नाम के शराब व्यवसायी का नाम लिया है। मारने के लिए फिरौती तो उसने ही दी थी, यह बात तो पकड़े गये अपराधियों ने पुलिस को बताया। पर, हत्या का कारण क्या था, इस पर वे भी कुछ नहीं बता पा रहे। हां, एक अपराधी ने पुलिस को यह जरूर बताया कि मुकेश के साथ किसी जमीन को लेकर लफड़ा था, पर इसे भी फिलहाल पुलिस पुष्ट नहीं कर पायी है.
बेऊर से मखदुमपुर तक
पुलिस ने मुकेश की तलाश तेज कर दी है। पटना में उसके बेऊर स्थित घर पर भी रेड की गयी, लेकिन उसका कोई पता नहीं चल सका। वह जहानाबाद के मखदुमपुर का रहने वाला है। वह भी उसकी खोज में पुलिस लगी है। पुलिस की मानें, तो शराब को लेकर हत्या हो सकती है। पकड़ा गया पिंटू और राजू दोनों ही सिर्फ मुकेश को जानते हैं, लेकिन पुलिस को मुकेश के साथ साकेत का कनेक्शन समझ में नहीं आ रहा है.
कोई तो है मास्टर माइंड
पुलिस सोर्सेज की मानें, तो इसमें कोई और भी इंवॉल्व है, जिसका खुलासा मुकेश के पकड़े जाने के बाद ही होगा। वैसे इसके लिए पुलिस लगी है। अबतक के इंवेस्टिगेशन में पुलिस यह मान रही है इसमें पूरी तरह से लोकल अपराधी ही शामिल हैं। पुलिस यह कहती है कि हत्या को अंजाम देने के लिए मास्टरमाइंड ने ऐसे अपराधियों को चुना है, जिनका पहले से कोई बड़ा क्राइम रिकॉर्ड नहीं रहा है। पिन्टू पर अब तक कोई केस के बारे में पता नहीं चला है। जबकि राजू भी सिर्फ पत्रकार नगर थाने से एक बाइक लूटकांड में जेल गया है.
छठे को घेरने में लगी पुलिस
इन लोगों से ऐसी हाई प्रोफाइल हत्या करवाना ही शातिर दिमाग को दर्शाता है। दो गिरफ्तार तीन फरार के आलावा इस छठे को घेरने में पुलिस लगी है। एक सीनियर ऑफिसर ने बताया कि अपराधी तुरंत नहीं पकड़े जाते, तो इस केस को डिटेक्ट करना मुश्किल था, क्योकि इन लोगों पर ध्यान ही नहीं जाता। वैसे पुलिस इस हत्याकांड की जांच शराब से ही जोड़कर कर रही है। छह लाख में इस हत्याकांड की डील हुई थी.
साकेत की मां ने बताए तीन नाम
साकेत गुप्ता की मां गीता देवी ने इस का अपने बेटे के कातिलों की लिस्ट में तीन नाम और जुड़वा दिया है। उन्हें शक है कि इन्हीं लोगों के इशारे पर साकेत गुप्ता की हत्या की गई है। खास बात यह कि बुधवार को जिन तीन लोगों का नाम एफआईआर में जोड़ा गया, वे तीनों शराब के बिजनेसमेन हैं। प्रेम कुमार सिंह आलमगंज का रहने वाला है। इसकी गैलेक्सी बियर बार है। दूसरा मुकेश शर्मा, बेऊर और तीसरा प्रमोद यादव अगमकुआं कुम्हार का रहने वाला है।
आठ की संलिप्तता सामने आ गई
इन लोगों के नाम जुडऩे के बाद इस कांड में आठ लोगों की संलिप्तता सामने आ गई है। गीता देवी ने पुलिस को यह भी बताया कि प्रेम सिंह ने ही हत्या करवाया है। वह पहले भी धमकी देता था। वैसे प्रमोद के बारे में मिली जानकारी के अनुसार वह पहले अगमकुआं थाने की पुलिस को चकमा देखकर थाने से फरार हो चुका है। तब सिटी के डीएसपी मधुसूदन वारी थे। अपनी जगह दूसरे को बैठाकर वह फरार हो गया था.