स्कूल की मार से पटनाइट्स हुए परेशान
बढ़ती महंगाई से पटनाइट्स इन दिनों काफी परेशान हैं। पटनाइट्स अभी कोरोना की मार से उबरे भी नहीं थे कि स्कूल की मार ने उन्हें परेशान कर दिया.निजी स्कूलों में पढऩे वाले छात्रों के अभिभावकों को महंगाई की मार झलेनी पड़ रही है। नए सत्र में स्कूल यूनिफॉर्म और छात्रों के स्कूल ट्रांसपोर्टेशन के खर्च 10 से 20 फ़ीसद तक बढ़ गए हैं। ऐसे में बच्चों के अभिभावक परेशान नजर आ रहे हैं.हर साल नए सत्र में अभिभावकों को अपने बच्चों के लिए स्कूल यूनिफॉर्म खरीदना पड़ता है.अधिकतर स्कूलों की ओर से अभिभावकों को बुक लिस्ट के साथ ही यूनिफार्म की कीमत की जानकारी बढ़े दर के साथ दे दी जाती है। छात्रों के लाने ले जाने के लिए लगने वाले ट्रांसपोर्टेशन फीस में भी 10 फ़ीसद की वृद्धि हुई है.एक निजी विद्यालय के निदेशक ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि बीते 1 साल के बाद यूनिफॉर्म में जहां 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है वही ट्रांसपोर्टेशन में 20 से 30 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है। पहले जहां ट्रांसपोर्टेशन में 1000 लिया जाता था वह बढ़कर 1300 हो गया है.इसी तरह जो यूनिफॉर्म 1000 में मिलता था वह बढ़कर 1200 रुपये का हो गया है। ऐसे में जो अभिभावक यूनिफॉर्म खरीदने आ रहे हैं वह कि़स्त के रूप में पैसे दे रहे हैं और हमलोग भी उनकी मजबूरी को समझते हुए उनसे किस्त के रूप में पैसे ले रहे हैं.यूनिफॉर्म दुकानदार बताते हैं एक सेट यूनिफॉर्म में एक शर्ट, पैंट,मौजा, टाई और बेल्ट शामिल रहता है जिसकी कीमत 1000 से 1200 रुपये तक होती है वही जूते के लिए अलग से 1200 से 1500 रुपये चुकाने पड़ते हैं। इसी तरह ट्रांसपोर्ट कि कीमत में भी बढ़ोतरी हुई है। लगातार बढ़ रहे तेल की कीमत के कारण ट्रांसपोर्टेशन चार्ज भी महंगा हुआ है।
कोरोना के पहले जहां स्कूल ट्रांसपोर्टेशन 800 रुपये प्रति महीना थी वह अब बढ़कर 1500 रुपये महीना हो गया है। वहीं (स्टेशनरी के सामान) बुक,कॉपी जहां 11000 रुपए में मिल जाती थी वह अब बढ़कर 15000 हो गई है। बात अगर यूनिफार्म की करें तो कोरोना के पहले यूनिफॉर्म का मूल्य जहां 1600 था वह अब बढ़कर 2400 हो गया है।
अमित सिन्हा, विजय नगर,पटना
ऐसा नहीं है कि महंगाई पहली बार बढ़ी है महंगाई हर बार बढ़ती है हालांकि इस बार यूक्रेन में युद्ध को लेकर जरूर इसका असर भारत में देखने को मिल रहा है जिस कारण पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भारी बढ़ोतरी हुई है। यूनिफॉर्म और ट्रांसपोर्टेशन में भी मामूली रूप से बढ़ोतरी की गई।