पटना यूनिवर्सिटी के हॉस्टल व प्राइवेट लॉज छात्र हर्ष राज की हत्या के बाद चर्चा में है. हर्ष की हत्या की साजिश में शामिल सभी लड़के हॉस्टल से ही संबंध रखते थे.

पटना ब्‍यूरो।

इसकी प्लानिंग भी हॉस्टल में ही बनी थी। लेकिन यह कोई पहली बार नहीं है जब हॉस्टल व उसके लड़कों का नाम क्राइम की घटनाओं में आया है। इसके पहले भी अलग-अगल पटना के थाना में हॉस्टल व उससे संबंध रखने वाले छात्रों या लड़कों के नाम से केस दर्ज होते रहे हैं। लेकिन कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति होती है। इससे जो अपराधिक प्रवृति के लड़के होते हैं उनका मनोबल और भी बढ़ जाता है। हर्ष की हत्या के बाद 31 मई तक हॉस्टल को बंद कर दिया गया था। छात्रों को हॉस्टल खाली करने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन ऐसे आदेश हर क्राइम की घटनाओं के बाद दी जाती रही है और फिर जब सब कुछ शांत हो जाता है तब स्थिति वहीं की वहीं पहुंच जाती है।

पटना यूनिवर्सिटी में 25 हॉस्टल का हो रहा है संचालन

पटना यूनिवर्सिटी के हॉस्टल की बात करें तो फिलहाल यहां पर 25 अलग-अलग हॉस्टल चल रहे हैं। जिसमें लड़के और लड़कियों तक के हॉस्टल शामिल हैं। लेकिन इसमें बहुत सारे ऐसे लड़के भी रहते हैं जिनका न तो हॉस्टल में कोई अलॉटमेंट हैं या फिर अलॉटमेंट अवधि खत्म होने के बाद भी वे इसमें रह रहे होते हैं। हर्ष राज हत्या का लाइनर और हत्यारों को इनपुट देने वाला चंदन यादव के बारे में बताया जा रहा है कि उसका हॉस्टल में कोई अलॉटमेंट नहीं था। फिर भी वह वहां पर रह रहा था।

अशोक राजपथ के दुकानदारों से लेकर कोचिंग संचालक तक में हॉस्टल का है खौफ

हॉस्टल के लड़कों के खौफ से केवल पटना यूनिवर्सिटी में पढऩे वाले छात्र ही नहीं प्रभावित हैं। बल्कि अशोक राजपथ में अपना दुकान और प्रतिष्ठान चलाने वाले दुकानदार से लेकर कोचिंग संचालक तक में उनका खौफ है। अशोक राजपथ में मिठाई की दुकान चलाने वाले विजय गुप्ता ने बताया कि अगर स्थानीय लोग उनका साथ नहीं देते तब यह मिठाई की दुकान आज यहां पर नहीं होती। क्योंकि हॉस्टल के लड़के अक्सर यहां पर आकर फ्री में खाकर चले जाते थे। वहीं एक अन्य दुकानदार सुदामा देवी ने बताया कि इन लड़कों को यहां पर पढऩे के लिए भेजा जाता है लेकिन यह यहां पर स्थानीय दुकानदारों से बदमाशी करते हैं। पुलिस भी हॉस्टल में जाने से हिचकती है।

केस नंबर 1

11 अक्टूबर 2023 को सुबोध कुमार के सीएससी दुकान पर पटेल हॉस्टल के 10 से 15 लड़के पहुंचते हैं। किसी बात को लेकर दुकानदार से उनकी बहस होती है। फिर उनके दुकान में तोडफ़ोड़ कर उनके दुकान को लूट लिया जाता है। इस मामले में कदमकुआं थाना में केस दर्ज कराया गया था

केस नंबर 2

ज्ञान बिंदु कोचिंग पर पटेल हॉस्टल के छात्रों ने गत वर्ष हमला किया था। जिसमें उसके संचालक प्रिंस कुमार को काफी चोटे आई थी। इस मामले में भी पटेल हॉस्टल के छात्रों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया था।

केस नंबर 3

सैदपुर स्थित मगध कोचिंग पर सैदपुर हॉस्टल के लड़कों ने हमला कर वहां पर काफी नुकसान पहुंचाया था। इस मामले में अज्ञात छात्रों के खिलाफ केस भी दर्ज कराया गया था। लड़के कोचिंग में किसी का फ्री एडमिशन चाहते थे।

वर्जन

जिस मामले में शिकायत दर्ज कराई जाती है। उस मामले में पुलिस कार्रवाई करती है। लेकिन कॉलेज कैम्पस और हॉस्टल में पुलिस बिना यूनिवर्सिटी प्रशासन के अनुमति के नहीं जा सकती है।
भारत सोनी
पटना सिटी एसपी ईस्ट

Posted By: Inextlive