PATNA NEWS पटनाइट्स को पीएनजी कनेक्शन का वेट, 2023 का भी टारगेट अधूरा
पटना ब्यूरो।
अपार्टमेंट में शिफ्ट होने के बाद यहां पर सारी फैसिलिटी तो उपलब्ध थी लेकिन पीएनजी उपलब्ध नहीं थी। उन्हें अभी पारंपरिक गैस सिलेंडर पर निर्भर रहना होगा। हालांकि आसपास के एरिया में पीएनजी की पाइप तो लग गई है लेकिन यह अभी तक घरों में नहीं पहुंची है। प्रीति कहती हैं कि उन्हें बेहद आश्चर्य है कि पटना पीएनजी कनेक्शन के मामलेे में अभी तक इतना पीछे है। कछुआ के गति से चल रहा काम
पीएनजी को लेकर अगर हम पटना की बात करें तो यह कछुआ की गति से चल रही है। पीएनजी का काम किस तरह से स्लो मोड में चल रहा है इसके लिए हमें पहले फ्लैस बैक में जाना होगा। वर्ष 2021 में 2000 घरों में सप्लाई हो रही थी। पटना के जगदेव पथ, क्रढ्ढत्रढ्ढरूस् कॉलोनीक्र, ्रढ्ढढ्ढरूस् कॉलोनी, क्रक्चढ्ढञ्ज कैंपस, राजा बाजार, रूकनपुरा, गोला रोड, राजवंशी नगर, पुनाईचक सहित अन्य कॉलोनियों और अपार्टमेंट के करीब 2000 घरों में तब क्रक्कहृत्र पर खाना बन रहा था। तब 2021 में इससे लोग पारंपरिक गैस सिलेंडर की अपेक्षा 200 रुपये की बचत कर रहे थे। गेल के अधिकारी के अनुसार, पीएनजी का उपयोग करने पर क्ररुक्कत्र की तुलना में हर माह करीब 200 रुपए की बचत लोग कर रहे थे। वहीं वर्ष 2022 मेें आकड़ा बढ़कर आठ हजार से उपर हो गया। वर्ष 2022 में अप्रैल तक हर महीने 400 से 500 लोग पीएनजी कनेक्शन ले रहे थे लेकिन जून महीने में 600 से अधिक लोगों ने पीएनजी का कनेक्शन तब लिया था। तब कुल 8578 घरों में पीएनजी से खाना बन रहा था। उस समय इसे 10,000 पर यह आंकड़ा पहुंचाने का गेल ने लक्ष्य रखा था।
फुलवारी से दानापुर स्टेशन होते हुए बिहटा के सिकंदरपुर तक करीब 25 किमी पीएनजी पाइपलाइन बिछाने के लिए 15 जून के बाद सर्वे का काम शुरू हुआ। बता दें कि अभी पटना नगर निगम और इससे सटे नगर परिषद क्षेत्र के 17 हजार घरों में पीएनजी की सप्लाई हो रही है। जोकि तय लक्ष्य से तीन हजार पीछे है। क्योंकि मार्च 2023 तक 20 हजार कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया था। 2025 तक पूरे पटना मेें पीएनजी देने का लक्ष्य
गेल इंडिया ने 2025 तक पूरे पटना में पीएनजी कनेक्शन देने का लक्ष्य है। लेकिन अभी तक ग्राउंड रियलिटी से यह कोसो दूर है। क्योंकि अभी तक पटना के नए एक्सटेंशन एरिया में पाइप तक नहीं बिछी है। बहुत जगहों पर पाइप बिछी भी है तो इसे अभी तक ऑपरेशनल नहीं किया गया है। वर्ष 2022 के लास्ट तक दस हजार घरों में तो इसे पहुंचा दिया गया था। फिर मार्च 2023 में इसे 20 हजार घरों तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया था। लेकिन अभी 2024 में इस लक्ष्य को अभी तक हासिल नहीं किया जा सका है। हालांकि कि गेल के अधिकारी इस लक्ष्य तक फिलहाल पहुंचने का दावा कर रहे हैं। अगर हम मान भी लें कि इस लक्ष्य को हासिल किया जा चुका है। तब भी पटना की आवादी के लिहाज से यह चिंता का विषय है।
एम्स, बीआईटी मेसरा, जगदेव पथ, महुआबाग, एम्स कॉलोनी, वेद नगर, विजय नगर, आईजीआईएमएस, सगुना, आशियाना नगर, रूपसपुर, गोला रोड, राजा बाजार, जलालपुर सिटी सहित आसपास की कॉलोनी में पीएनजी से खाना बन रहा है। राजाबाजार, रूकनपुरा, गोला रोड, एम्स, आईजीआईएमएस, आशियाना, रामनगरी, खाजपुरा, रूकनपुरा, रूपसपुर, बोरिंग रोड, पाटलिपुत्र गोलंबर, पुनाईचक, गोला रोड, बीआईटी, जगदेवपथ सहित करीब 35 इलाकों में पीएनजी पाइप बिछ गई है। यहां के लोग कनेक्शन ले सकते हैं। सगुना मोड़ से बोरिंग रोड के बीच घरों में कनेक्शन देने का काम पिछले दो सालों से चल रहा है।
कनेक्शन लेने के लिए करना होगा यह काम
पीएनजी कनेक्शन लेने के लिए रजिस्ट्रेशन बिल्कुल फ्र है। लेकिन 500 रुपए सिक्योरिटी मनी देनी होगी। यह राशि चेक, ड्राफ्ट या ऑनलाइन भी दे सकते हैं। रजिस्ट्रेशन के लिए आधार कार्ड, वोटर कार्ड, पासपोर्ट, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस में से कोई एक दस्तावेज होना अनिवार्य है। बता दें कि सिर्फ पीएनजी ही नहीं बिहटा वालों के लिए सीएनजी पाइपलाइन का भी विस्तार होना है। अभी बिहटा इलाके में करीब 800 सीएनजी ऑटो और 200 से अधिक कारें हैं। इसे देखते हुए सीएनजी स्टेशन के विस्तार पर भी जोर दिया जा रहा है। फिलहाल टैंकर से सीएनजी पहुंचती है, लेकिन अब सीधे पाइपलाइन से सीएनजी पहुंचाने की योजना है। वर्जन
पटना सहित अन्य शहरों में काम चल रहा है। आने वाला समय में पीएनजी का ही है और इसमें एलपीजी की अपेक्षा 200 से 400 रुपये तक की बचत होगी। विस्तार संबंधी कुछ दिक्कतें हैं। जिसे हर जगह पर ठीक किया जा रहा है।
नीरज कुमार, इंजीनियर, गेल इंडिया