मोनू पटना के प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान खान जीएस रिसर्च सेंटर में पढ़ते हैं. बुधवार को जब वे दिन के 12 बजे मुसल्लहपुर हाट स्थित कोचिंग पहुंचे तो अचानक मेन इंट्रेंस पर ही उन्हें रोक दिया गया. कोचिंग के मेन इंट्रेस पाइंट पर गार्ड की तैनाती की गई थी. किसी को भी अंदर जाने नहीं दिया जा रहा था.

पटना ब्‍यूरो।

गार्ड की ओर से छात्रों को यही बताया जा रहा था कि आज कोचिंग बंद है। कल जैसा नोटिफिकेशन जायेगा उसी को फॉलोअप करते हुए आप कोचिंग आ सकते हैं। लेकिन यह कहानी केवल मोनू की ही नहीं थी। कई छात्रों के साथ यह दिक्कतें पेश आ रही थी। मुसल्लहपुर हाट एरिया को पटना की कोचिंग इंडस्ट्री के तौर पर देखा जाता है। इस एरिया से हजारों की संख्या में कोचिंग संस्थान संचालित हैं। बुधवार को यहां पर ज्यादातर कोचिंग को अचानक से बिना किसी पूर्व सूचना के बंद कर दिया गया था। इसकी सूचना यहां तक कि डेली आने वाले छात्रों तक को नहीं दी गई थी। जिसके चलते कोचिंग संस्थानों के आगे छात्रों की भीड़ जमा हो गई। सवाल था कि यह कोचिंग अचानक से आज बंद क्यों कर दिया गया था। बंद ही करना था तो छात्रों को तो कम से कम इसकी पूर्व सूचना दी जानी चाहिए थी। गेट पर तैनात गार्ड ने बताया कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। लेकिन आज कोई भी शिक्षक और मैनेजमेंट का कोई भी बंदा यहां पर नहीं आया है। तो ऐसे में आज न तो पढ़ाई हो रही है और न ही एडमिशन से रिलेटेड ही कोई काम हो रहा है।

कई कोचिंग रहे बंद


पटना में कोचिंग इंस्पेक्शन की वजह से यह सब कोचिंग बंद रहे। इसमें बहुत सारे ऐसे भी कोचिंग थे जो मानकों को पूरा नहीं करते थे। इस डर से उन्होंने बुधवार को कोचिंग बंद रखना ही बेहतर समझा। लेकिन उनके इस अप्रत्याशित और अचानक के फैसले ने एक ही दिन के लिए सही छात्रों की मुश्किलें तो बढ़ा ही दी ।

एक्ट के हिसाब नहीं हो रहा संचालन


पटना में वर्ष 2010 में कोचिंग संचालकों के खिलाफ छात्रों का उग्र प्रदर्शन हुआ था। जिसमें कई कोचिंग संस्थानों में आग लगा दी गई थी। छात्रों का उस समय आरोप था कि कोचिंग संचालक उनका सिर्फ शोषण कर रहे हैं। छात्रों के असंतोष को शंात करने के लिए उस समय बिहार सरकार कोचिंग रेग्यूलेशन एक्ट लेकर आई थी। इसके बाद कोचिंग रजिस्ट्रेशन को अनिवार्य किया गया था। लेकिन पटना में आज भी 90 प्रतिशत कोचिंग बिना रजिस्ट्रेशन के चलाए जा रहे हैं। इसका उदाहरण जांच टीम की ओर से किए गए जांच में भी सामने आया है। कई कोचिंग अपने रजिस्ट्रेशन का कागज नहीं दिखा सकें। खान जीएस रिसर्च सेंटर ने भी रजिस्ट्रेशन का कागज दिखाने के लिए प्रशासन से एक दिन का समय मांगा है। इसके अलावा ज्ञान बिंदु कोचिंग ने भी जरूरी दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए जांच टीम से समय देने को कहा है।

गुरु रहमान के कोचिंग में क्लास का हो रहा था संचालन


पटना के मशहुर कोचिंग संचालक गुरु रहमान के कोचिंग में बुधवार को भी कोचिंग का संचालन हो रहा था। उनके कोचिंग के मैनेजमेंट देख रहे मुन्ना शर्मा ने बताया कि उनके कोचिंग में मंगलवार को ही जांच टीम आई थी। यहां पर सभी चीजें सही पाई गई थी। हम छात्रों के सुरक्षा के साथ किसी प्रकार का समझौता नहीं करते हैं।

क्या कहते हैं छात्र


कोचिंग में पढऩे वाले छात्रों को आधारभूत सुविधाएं मिलनी चाहिए। सेफ्टी मानक का पूरा ख्याल रखा जाना चाहिए। क्योंकि छात्रों के जीवन से खिलवाड़ करने का अधिकार किसी को भी नहीं है।
अनमोल, छात्र

दिल्ली में हुआ हादसा बेहद ही दुखद है। लेकिन क्या हमारे अपने शहर पटना में इस तरह के हादसे हो सकते हैं। यहां पर भी सेफ्टी मानक का ख्याल नहीं रखा जा रहा है।
आर्यन तिवारी, छात्र

पटना में कई ऐसे इलाके हैं जहां काफी संख्या में छात्र पढ़ते हैं। लेकिन स्पेस की काफी कमी होती है। जिसके वजह से छात्रों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
रॉबिन्स राय, छात्र

सवाल छात्रों के भविष्य के साथ-साथ देश के भविष्य से भी जुड़ा है। चाहे कोई भी कॉलेज हो या कोचिंग संस्थान। वहां पर पढ़ाई के लिए बेहतर महौल का होना जरूरी है। कोचिंग में इसका कहीं न कहीं अभाव दिखता है।
अमृत श्रीवास्तव, छात्र

डीएम ने कोचिंग इंस्पेक्शन के लिए टीम की थी गठित


पटना के डीएम ने कोचिंग संस्थानों में जांच के लिए मंगलवार को छह टीम गठित की थी। टीम ने उसी दिन से अपना काम शुरू कर दी थी। बुधवार को भी दर्जनों कोचिंग संस्थानों का इंस्पेक्शन किया गया। यह टेस्ट ड्राइव अभी जारी रहेगी।

Posted By: Inextlive