पटना में सोमवार को पुलिस महकमा के साथ रेल प्रशासन आरडीडी ऑफिसर के कथित अपहरण की खबर से हलकान रही. लेकिन फिर जल्द ही इस मामले को पूरा खुलासा हो गया.

पटना ब्‍यूरो।

बेगुसराय के तेघड़ा थाना के गांव अम्बा के दीपक कुमार ठाकुर ने फैमिली और सोसायटी में झूठी इम्प्रेशन जमाने के लिए बीपीएससी में चयन होने और ग्रामीण विकास पदाधिकारी का पोस्ट मिलने की बात बताई थी। लेकिन उनका चयन बीपीएससी में हुआ ही नहीं था। फिर उन्होंने लोगों से बताया था कि आरडीडी में चयन होने के बाद गया में उनकी ट्रेनिंग है। उन्होंने कोसी एक्सप्रेस से गया जाने की बात अपने परिजनों को बताई थी। लेकिन फिर पिता को बताया कि खुसरूपुर स्टेशन पर अज्ञात लोगों ने उनका अपहरण कर लिया है। पिता रामानंद ठाकुर ने इसकी शिकायत रेल थाना खुसरूपुर में की। जिसके बाद पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की।

बख्तियारपुर में ही उतर गया था दीपक

दीपक की सीसीटीवी फुटेज की जांच करने पर पता चला कि वह खुसरूपुर की जगह बख्तियारपुर में ही उतर गया था। यानी की अपहरण का यह मामला पूरी तरह से संदिग्ध प्रतीत हो रही थी।

होटल में तीन दिन का कराया था बुकिंग

पुलिस को बख्तियार के एक होटल में दीपक नाम से तीन के लिए बुकिंग स्टेटस की जानकारी मिली। जिसके बाद वह जिस रूम में ठहरा हुआ था। वहां से उसे हिरासत में ले लिया गया।

अपहरण की वजह से रिजल्ट रद बताने की थी प्लानिंग

दीपक ने पुलिस को बताया कि उसकी प्लानिंग थी कि वह तीन दिन के लिए गायब रहता। जिसके बाद वह लोगों के सामने आता और बताता कि अपहरण की वजह से वह गया ट्रेनिंग के लिए नहीं पहुंच पाया। इस वजह से बीपीएससी ने उसकी रिजल्ट कैंसिल कर दी है।

Posted By: Inextlive