इस बार के यूनियन बजट में बिहार के लिए सौगातों की बारिश हुई है. बिहार को जहां तीन-तीन एक्सप्रेस वे मिला है. वहीं बोधगया और गया को महाबोधी और विष्णुपद कॉरिडर मिला है. बिहार में जहां इस बजट को काफी सकारात्मक तौर पर देखा जा रहा है. वहीं ट्वीटर पर भी इसका रियेक्शन दिख रहा है. ट्वीटर पर कई मिम्स शेयर किए जा रहे हैं. बिहार से जुड़े नेताओं और पार्टियों के हैंडल से भी इसे अलग-अलग तरह से एक्सप्रेस किया जा रहा है.

पटना ब्‍यूरो।

इस बार के यूनियन बजट में बिहार के लिए सौगातों की बारिश हुई है। बिहार को जहां तीन-तीन एक्सप्रेस वे मिला है। वहीं बोधगया और गया को महाबोधी और विष्णुपद कॉरिडर मिला है। बिहार में जहां इस बजट

क्या लिख रहे हैं लोग
-आदित्य नाम के हैंडल से 26 हजार करोड़ फॉर बिहार का कैप्शन लगाते हुए एक वीडियो पोस्ट किया गया है। जिसमें तंज कसते हुए कहा जा रहा है कि पूरा का पूरा 26 करोड़ पानी में बहता दिख रहा है।

-मुदित जैन मोदी सरकार के राजगृह को फोकस किए जाने को लेकर खुशी व्यक्त करते हुए कहते हैं कि जैन धर्म से जुड़े धरोहरों की उपेक्षा की जा रही है।

-शम्भू शर्मा ने 26 हजार करोड़ रुपये देने पर अपने एक्स हैंडल पर लिखते हैं बिहार को इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र के डेवलपमेंट पर 26 हजार करोड़ मिलने से इसके विकास 150 प्रतिशत अधिक होने की उम्मीद जता रहे हैं।


-ओपन लेटर नाम के एक्स हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा जा रहा है कि बिहार को तो मिल गया लेकिन मध्य प्रदेश को इसमें क्या मिला। जबकि मध्य प्रदेश की सारी सीटें बीजेपी को गई है।

-अंगद नाम के एक्स हैंडल से पंचायत फिल्म के एक्टर के दो अलग-अलग मुद्राओं को दिखाते हुए बताया गया है कि बजट के पहले बिहार का क्या हाल था और बजट के बाद बिहार के लोगों का क्या रिस्पांस है।


-द एनालाइजर नाम के एक्स हैंडल से पीएम की तस्वीर के साथ कैप्शन देते हुए लिखा गया है कि मोदी सरकार टेम्पल एजेंडा को तीसरी बार भी अपने कोर फोकस में रखे हुए हैं। वे इसमें महाबोधी मंदिर कॉरिडर और विष्णुपद मंदिर कॉरिडोर का जिक्र करते हुए कहते हैं कि इससे आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलता है।


-राजा बाबू नाम के एक्स हैंडल से साउथ की मूवी क्लिप पोस्ट करते हुए लिखा है कि बिहार के लिए जो बजट में प्रावधान किया गया है उससे यहां के कांटेक्टर बहुत खुश हैं।


-सागर नाम के एक्स हैंडल से बिहार के बजट प्रावधान पर तंज कसते हुए लिखा जा रहा है कि यहां के इंजीनियर इसके लिए तैयार है कि किस तरह से वे इसकी बाट लगा सकते हैं। उनका इशारा हालिया पूल कोलैप्स को लेकर है।

Posted By: Inextlive