बाढ़ से मिलकर लडें़गे भारत-नेपाल
सब हेड : भारत दौरे पर आए प्रधानमंत्री ने बोधगया में महाबोधि मंदिर और रॉयल थाई मंदिर का किया परिभ्रमण
PATNA : भगवान बुद्ध ने पूरी दुनिया को करुणा का संदेश दिया, उस उस पवित्र भूमि पर आकर सुखद महसूस कर रहा हूं। बौद्ध धर्म आज विश्व में लोकप्रिय है। बुद्ध की शिक्षा दया, करूणा, शांति और मानवता का संदेश देती है। यह आने वाली पीढि़यों के लिए भी प्रेरणास्रोत है। यह बातें भारत दौरे पर आए प्रधानमंत्री ने बोधगया में महाबोधि मंदिर और रॉयल थाई मंदिर का परिभ्रमण के दौरान कही। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि भगवान बुद्ध ने जहां नेपाल के लुम्बिनी में जन्म लिया और बोधगया में संबोधि लाभ की प्राप्ति के बाद दुनिया को मानवता का पाठ पढ़ाया। प्रधानमंत्री ने मंदिर के गर्भगृह में भगवान बुद्ध की पूजा-अर्चना कर चीवर अर्पित किया। पवित्र बोधिवृक्ष को पुष्प अर्पित कर पूजा की। पवित्र बोधिवृक्ष की नौ बार परिक्रमा की। इससे पहल बीटीएमसी के समीप प्रभारी सचिव सह डीआरडीए निदेशक शशिशेखर चौधरी, भिक्षु प्रभारी भंते चालिंदा सहित अन्य सदस्यों ने खादा भेंट कर उनका स्वागत किया।
दिया गया प्रतीक चिह्न व पुस्तकनेपाल के पीएम व उनकी पत्नी सहित शिष्टमंडल को बोधगया महाबोधि मंदिर प्रबंधकारिणी समिति की ओर से प्रतीक चिह्न भेंट किया गया। जिलाधिकारी सह समिति के अध्यक्ष कुमार रवि ने बोधिपत्ता, सदस्य सह पूर्व विधायक सुरेन्द्र प्रसाद सिन्हा ने बोधिवृक्ष की छांव तले ध्यानरत बुद्ध और डॉ। अरविन्द कुमार सिंह ने कॉफी टेबल बुक प्रदान किया। डीआईजी राजेश कुमार ने बौद्ध धर्म की एक पुस्तक प्रधानमंत्री को भेंट की। बीते शनिवार को सीएम नीतीश कुमार ने नेपाल के पीएम की पत्नी को भागलपुरी सिल्क की साड़ी भेंट की थी।
पुस्तकें लेकर गए पीएम महाबोधि मंदिर परिसर स्थित बुक स्टॉल पर प्रधानमंत्री ने कई पुस्तकों का अवलोकन किया। उसके बाद भगवान बुद्ध व उनके उपदेशों से संबंधित क्क् पुस्तकें लीं। उन्होंने भुगतान करना चाहा, पर जिलाधिकारी ने आग्रहपूर्वक उन्हें रोक दिया। नहीं गए वियतनाम मंदिरनेपाल के प्रधानमंत्री का अचानक बोधगया सुजाता बाईपास रोड स्थित वियतनाम मंदिर जाने का कार्यक्रम बन गया। वियतनाम मंदिर के प्रभारी डॉ। लाम ने इस आशय की जानकारी सभी बौद्ध मोनस्ट्री के प्रभारियों को देते हुए वियतनाम मंदिर आने का आमंत्रण दिया। सभी मोनास्ट्री के बौद्ध भिक्षु वहां पहुंच भी गए। तभी नेपाल के पीएम के कार्यक्रम में तब्दीली की सूचना दी गई कि अब वे क्क् बजे आएंगे, लेकिन क्क् बजने पर कहा गया कि समयाभाव के कारण वे नहीं आ सकते। थाई भारत सोसाइटी वट पा के महासचिव भंते रत्नेश्वर चकमा ने कहा कि बौद्ध भिक्षु उनका इंतजार कर रहे थे।
भोजन के बाद रवाना हुए दिल्ली बोधगया परिभ्रमण के पश्चात भोजन का कार्यक्रम था। इसके बाद प्रधानमंत्री एयर इंडिया के विशेष विमान से दोपहर बाद नई दिल्ली के लिए रवाना हो गए। एयरपोर्ट पर शिक्षा मंत्री सह जिला प्रभारी मंत्री डॉ। कृष्णदेव प्रसाद वर्मा, डीएम, डीआईजी व एसएसपी ने उन्हें विदाई दी। दो घंटे श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रही रोक नेपाल के प्रधानमंत्री के महाबोधि मंदिर परिभ्रमण के निर्धारित समय के लगभग दो घंटे पहले देशी-विदेशी श्रद्धालुओं के महाबोधि मंदिर में प्रवेश पर रोक लगा दी गई। निर्धारित समय से नेपाल के पीएम मंदिर पहुंचे और लगभग भ्0 मिनट का समय उन्होंने मंदिर में पूजा-अर्चना और परिभ्रमण में व्यतीत किया।