बहस करना आपके क्षमता पर है निर्भर
- सीयूएसबी में मूट कोर्ट पर वर्कशॉप आयोजित
PATNA(12Aug): दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) के स्कूल ऑफ लॉ एंड गवनर्ेंस के अंतर्गत संचालित मूट कोर्ट सोसाइटी के तत्वाधान में 'मूट कोर्ट मेमोरियल प्रिप्रेशन एंड ओरल स्किल डेवलपमेंट' विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। सीयूएसबी पीआरओ मो। मुदस्सीर आलम ने बताया कि इस अवसर पर कार्यशाला के विशेषज्ञ के रूप में जेम्स एम। अधिवक्ता, (उच्चतम न्यायालय) ने विद्यार्थियों का ध्यान विधिक वृति में बहस करने की क्षमता की महत्ता पर आकर्षित किया। उन्होंने कहा की विधिक व्यवसाय में कुछ गलत और सही नहीं होता बल्कि यह आपके बहस करने की क्षमता पर निर्भर करता है। इस कार्यशाला में विवि के बी.ए.एल.एल.बी। (आनर्स) के प्रथम एवं तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों को बहस करने और लिखित दस्तावेज बनाने के प्रारूप के सम्बन्ध में प्रशिक्षण दिया गया। अभिव्यक्ति की कुशलता पर दिया जोरकार्यशाला के उद्घाटन सत्र में प्रो। प्रभात कुमार सिंह, विभागाध्यक्ष एवं अधिष्ठाता, स्कूल ऑफ लैंग्वेज एंड लिटरेचर ने विधिक व्यवसाय में अभिव्यक्ति की कुशलता एवं भाषाई ज्ञान के महत्व एवं भूमिका को रेखांकित किया। वहीं प्रो। संजय प्रकाश श्रीवास्तव, विभागाध्यक्ष एवं अधिष्ठाता स्कूल ऑफ लॉ एंड गवनर्ेंस ने विद्यार्थियों को विधि की शिक्षा में मूटिंग की महत्ता एवं इसके लिए भारतीय विधिक परिषद् के बाध्यकारी नियम की जानकारी दी। कार्यशाला के समन्वयक डॉ। दिग्विजय ने उद्घाटन सत्र का संचालन किया। देव नारायन सिंह, सह समन्वयक ने सभी को धन्यवाद ज्ञापन किया।