PATNA EDUCATION NEWS: एकेयू में लॉ, लाइब्रेरी साइंस सहित कई नए कोर्स होंगे शुरू
पटना ब्यूरो। आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी (एकेयू) में सोमवार को 25वीं कोर्ट की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अवधारणा के अनुरूप इस विश्वविद्यालय में शोध कार्य तथा पठन-पाठन किये जाने का परामर्श दिया गया। इसलिए सोशल, इकोनॉमिक्स, एग्रीकल्चर, एनवायरनमेंट, वाटर मैनेजमेंट सिस्टम आदि विषयों पर अध्ययन करने की जरूरत है। इसके साथ इन सभी विषयों में शोध पत्र प्रकाशित करने तथा सरकार को परामर्श उपलब्ध कराये जाने की जरूरत है।
बैठक को संबोधित करते हुए एकेयू के कुलपति प्रो। शरद कुमार यादव ने विश्वविद्यालय के गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी। कुलपति ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा स्थापित उत्कृष्ट शैक्षणिक केंद्रों में से पांच शैक्षणिक केंद्रों जैसे नैनोटेक्नोलॉजी, जर्नलिज्म एवं मास कम्युनिकेशन, नदी अध्ययन, अर्थशास्त्र एवं भौगोलिक अध्ययन में विभिन्न पाठ्यक्रमों के पठन-पाठन एवं शोध कार्य की शुरुआत की गयी है। शेष शैक्षणिक केंद्रों एस्ट्रोनॉमी, फिलॉस्फी एवं स्टेम सेल टेक्नोलॉजी में अगले सत्र से शोध कार्य शुरू करने की योजना है। इसके साथ नये केंद्रों स्कूल ऑफ एडवांस्ड लीगल स्टडीज एंड रिसर्च सेंटर ऑफ एजुकेशन, फूड एंड न्यूट्रिशन, सेंटर फॉर लाइब्रेरी साइंस, सेंटर ऑफ लॉ, स्कूल ऑफ एंसिएंट हिस्ट्री एंड आर्कियोलॉजिकल स्टडी, स्कूल ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड इंटरनेट ऑफ थिंग्स, स्कूल ऑफ ट्रेवल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट, स्कूल ऑफ म्यूजिक एंड आर्ट, स्कूल ऑफ ह्यूमन राइट्स स्टडी, सेंटर ऑफ मैनेजमेंट स्टडी आदि विषयों पर भविष्य में पठन-पाठन किये जाने का प्रस्ताव है। प्रो। यादव ने विश्वविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय एवं राज्यस्तरीय शैक्षणिक संस्थानों के साथ विभिन्न विषयों पर शोध किये जाने का समझौता ज्ञापन कराये जाने से अवगत कराया।
जेंडर स्टडीज, गांधीयन एंड अंबेडकर स्टडीज भी करें शुरूसदस्य डॉ। शकील अहमद खां ने विश्वविद्यालय में इंटरनेशनल स्टडीज, जेंडर स्टडीज, गांधीयन एंड अंबेडकर स्टडीज आदि महत्वपूर्ण क्षेत्रों में स्कूल खोले जाने तथा शोध किये जाने की ओर कार्य करने की जरूरत है।
मॉर्डन सेंट्रल लाइब्रेरी, डिजिटल लाइब्रेरी, प्लेसमेंट एंड इंटर्नशिप की होगी व्यवस्था
कुलपति ने विश्वविद्यालय के अन्य भौतिक संरचना के विकास किये जाने के प्रयासों के बारे में अपना पक्ष रखा। शैक्षणिक विकास की ओर अग्रसर होने के लिए विश्वविद्यालय में शिक्षकों की नियुक्ति किये जाने, अंतरराष्ट्रीय स्तर के शैक्षणिक संस्थानों से समझौता किये जाने के प्रस्तावों के बारे में अवगत कराया। नयी शिक्षा नीति के तहत विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों को अद्यतन किये जाने एवं शैक्षणिक गतिविधियों को बढ़ावा दिये जाने के प्रयासों से भी सभा को अवगत कराया। एकेयू में मॉर्डन सेंट्रल लाइब्रेरी, डिजिटल लाइब्रेरी, प्लेसमेंट एंड इंटर्नशिप, स्टूडेंट्स एक्विटिवी, हॉस्टल्स आदि के निर्माण से संबंधित जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में स्टूडेंट्स के लिए सुविधाएं बढ़ेगी। नैक से ग्रेड, यूजीसी 12बी सर्टिफिकेट व एनआइआरएफ आदि के क्षेत्र में काम चल रहा है। बैठक के दौरान 24वीं बैठक में लिये गये निर्णय की कार्यवाही पर अनुमोदन, वर्षिक प्रतिवेदन पर अनुमोदन, पिछली बैठक में लिये गये निर्णय का अनुपालन प्रतिवेदन के साथ 28 नवंबर 2023 के उपरांत विश्वविद्यालय में आहूत अकादमिक परिषद, संबद्धता बोर्ड एवं कार्यकारिणी परिषद में लिये गये निर्णय पर अनुमोदन हुआ।
बैठक में बिहार विधान सभा के सदस्य हरिनारायण सिंह, ऋषि कुमार, संगीता कुमारी, बिहार विधान परिषद् के सदस्य प्रो राम वचन राय सहित शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग तथा विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के वरीय पदाधिकारीगण, विश्वविद्यालय के संकायाध्यक्ष डॉ विद्यापति चौधरी, डॉ महेंद्र सिंह, डॉ उदय राज मिश्रा तथा कुलानुशासक डॉ बंदना कुमारी उपस्थित थे। कुलसचिव रामजी सिंह ने सभी सदस्यों का स्वागत किया।