Patna Cyber Crime News: आपका अकाउंट अगर इनओपरेटिव है तो सावधान हो जाइये बैंक में जाकर संपर्क कर सारी जानकारी ले सकते हैं नहीं तो पता चला कि आप घर में आराम से हैं और किसी दिन पुलिस आपको उठाकर ले गई वह भी फर्जीवाड़ा करने की जुर्म में.


पटना ब्‍यूरो। Patna Cyber Crime News: यह डराने वाली बात नहीं बल्कि सच है, पटना मीठापुर के रहने वाले गौरव कुमार एक दिन अपने बैंक में अकाउंट की जानकारी लेने पहुंचा जहां उसे पता चला कि उसका अकाउंट हैक हो चुका है, यही नहीं उसके ऊपर पांच स्टेट में एफआईआर भी हो चुकी है। अगर समय से वह नहीं पहुंचता तो पुलिस उसके घर पहुंच सकती थी। इतनी जानकारी उसका पसीना छुड़ाने के लिए काफी थी। इतना सुनते ही वह साइबर सेल पहुंचा और पूरी जानकारी देते हुए उसने शिकायत दर्ज करवा दी।सैलेरी अकाउंट को ही बदल दिया
गौरव ने बताया कि राजाबाजार स्थित बैंक में उसका सैलेरी अकाउंट था। वह बोरिग रोड में एक प्राइवेट संस्थान में काम करता था। लेेकिन वह नौकरी छोड़ कर दूसरी नौकरी की तलाश में था इसी बीच उसने अपना पीएफ निकालने से पहले बैंक के खाता की जानकारी लेने गया था तो यह खुलासा हुआ। गौरव से मिली जानकारी के अनुसार उसके साथ साइबर फ्रॉड कब हुआ और उसका नाम छोड़कर फोन नम्बर, ईमेल आईडी, एड्रेस और एटीएम कार्ड सारे बदल दिये गये। लाखों का ट्रांजेक्शन हो चुका है। गौरव ने बताया इन सब ट्रांजेक्शन पांच स्टेट के लोगों के साथ ठगी कर के किया गया है। ऐसे में लोगों ने मेरे नाम पर एफआईआर कर दिया क्योकि अकाउंट मेरा था मगर मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं थी। दिल्ली, पश्चिम बंगाल व राजस्थान समेत पांच राज्यों की पुलिस मुझे ढ़ूढ रही है।26 अप्रैल से शुरू हुई कहानीबैंक के गौरव के अकाउंट से पहला ट्रांजेक्शन 98,953 रुपये का हुआ जो क्रेडिट हुआ 26 अप्रैल 24 को उसके बाद से सारे पैसे निकल लिए गए। फिर एक लाख सात हजार हजार रुपए डाले गये उसे भी जल्द ही निकाल लिया गया है। बाद में तो 37 हजार, 33 हजार रुपए कई बार डाला गया। सारे रुपए निकाल लिए गये हैं। मतलब यह कि लोगों से ठगने के बाद रुपए क्रेडिट करवाये गये ओर बाद में निकाले गये। ऐसे में कई लाख का ट्रांजेक्शन हुआ है।नौकरी के नाम से ही फंसा


हांलाकि पूरी जानकारी के बाद यह साफ हुई की गौरव नौकरी की लालच में पड़ा और उसने अपना सारा कुछ गंवा दिया। दरअसल, उसे एक व्यक्ति बैंक का नाम लेकर ही फोन किया था और कहा कि उसे नौकरी की जरूरत है तो वह उसे दिलवा देगा। उसे व्हाट्सअप भी किया गया। व्हाट्सअप पर बैंक का लोगो लगा जिससे वह सही मान बैठा। उसका अकाउंट भी उसी बैंक में था इसलिए जैसा उधर से बोला गया वह करने को तैयार हो गया। सारी चीजों का ओटीपी और कोड देने लगा। इसके बाद वह नौकरी होने की सूचना आने का इंतजार करता रहा। नौकरी तो मिली नहीं उसे यह भी खबर नहीं मिली की उसका नाम और अकाउंट छोड़कर सब बदल चुका है। यही नहीं वह तो ठगी का आरोपी भी बन बैठा है। अब उसने शिकायत दर्ज करा दी है और इस उम्मीद में है कि उसकी सारी समस्याएं जल्द दूर हो जाए।

Posted By: Inextlive