मिसेज इंडिया के ताज पहने की होड़ में पटना की नितिका
पटना(ब्यूरो)। महिलाए अक्सर सोचती हैं कि एक उम्र के बाद उनकी खूबसूरती खत्म हो जाती है, लेकिन ऐसा नहीं है। मैं साबित करना चाहती हूं कि खूबसूरती ताउम्र रह सकती है। यह कहना है पटना की नितिका सत्या का। निकिता मिसेज इंडिया आईएनसी सीजन-4 के फाइनल में पहुंची हैं। वह बिहार का प्रतिनिधित्व करेंगी। 19 जुलाई को श्रीलंका में आयोजित होने वाले फाइनल में मिसेज इंडिया आईएनसी का ताज पाने के लिए भिड़ेंगी। फाइनल में कुल 50 प्रतिभागी पहुंचे हैं, इनमें नितिका एक हैं। फाइनल के विजेता को मिसेज वल्र्ड में देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलेगा।
बचपन में मां का दुपट्टा लेकर करती थी रैंप-वॉकपटना के बोरिंग रोड की रहने वाली 31 वर्षीय नितिका को बचपन से ही ग्लैमर और फैशन में रुचि थी। वह और उनकी बहन बचपन में खेल-खेल में अपनी मां का दुपट्टा लेकर सजतीं थीं और घर में ही रैंप-वॉक करती थी। अब बचपन में खेले गए खेल सपने की तरह पूरा होने जा रहा है।
9 साल की उम्र में मिस यूनिवर्स !नितिका बताती है कि वे तो 9 साल की उम्र में मिस यूनिवर्स बन गई थीं! अपने बीते दिनों को याद करते हुए नितिका कहती है कि मैैें अपनी मां को अपनी लाइफ का रोल मॉडल मानती हूं। मैं जब 9 साल की थी, तब मां को कैंसर हुआ था। इस दौरान उनके स्कूल में एक फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता थी। बहुत हिम्मत करके मां को फैंसी ड्रेस कॉम्पिटीशन में शामिल होने की बात कही। तब मां ने कहा था कि दुख का जो समय था वो बीत गया, हम लोग दुख को ढो रहे हैं। वे फैंसी ड्रेस कॉम्पिटीशन में शामिल हुई। लेकिन घर के हालात कॉम्पीटिशन के सामान खरीदने लायक नहीं थे तो चार्ट पेपर पर मिस यूनिवर्स लिख और शैश बनाकर मुझे मां ने पहनाया। अपने दुपट्टे से एक ताज जैसा फिगर बनाकर कहा कि अब जाओ।
एड सेल्स मैनेजर है नितिका नितिका की स्कूलिंग 10वीं तक पटना के संत जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल से हुई है। फिर उन्होंने डीपीएस आरके पुरम से पढ़ाई की। उन्होंने बी टेक करने के बाद एमबीए किया। उनका सबसे पहला जॉब बिजनेस टेक्नोलॉजी एनालिस्ट के रूप में डिलॉइट कंपनी में हुआ था। उसके बाद अमेजॉन कंपनी में वह मार्केटिंग मैनेजर थी। फिलहाल वह ओटीटी प्लेटफॉर्म में एड सेल्स मैनेजर के रूप में काम कर रही हैं। पति और ससुराल वालों का पूरा सपोर्टग्लैमर की दुनिया में उनकी शुरुआत 2018 में फेस ऑफ पटना जीतकर हुई। उन्होंने 2019 में मिस कॉरपोरेट इंडिया यूनिवर्स का खिताब भी जीता था। नितिका के पिता सुबोध कुमार सेल्स टैक्स में एडिशनल कमिश्नर हैं। वहीं, उनकी मां पटना यूनिवर्सिटी में इकोनॉमिक्स डिपार्टमेंट में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। तीन भाई बहनों में नितिका सबसे बड़ी हैं। उनके पति सिद्धार्थ कुमार ऑटोमोबाइल डिजाइनर हैं।
3 हजार से ज्यादा महिलाओं में मारी बाजी मिसेज इंडिया की प्रोसेस 6 महीने पहले शुरू हुई थी। इसमें 3 हजार से ज्यादा महिलाओं ने फॉर्म भरा था, इसमें से केवल 50 का ही चयन हुआ। जिसमें टेलिफोनिक इंटरव्यू, राइट अप्स, अपनी कहानी , पैनल इंटरव्यू, आदि राउंड हुए।