- सीज किए हुए दर्जनों बसों को गांधी मैदान में रखा गया है

पटना ब्‍यूरो। अगर आप पटना से छपरा, सिवान, फुलपरास, दरभंगा, मधुबनी की तरफ जाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो बेशक कीजिए मगर जाने से पहले बसों की टाइमिंग पता कर लें। दरअसल, आम लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर जिला प्रशासन की ओर दर्जनों बसों को सीज कर लिया गया है। जिस वजह बसों के समय सारणी मेंअंतर आ गया है। बसों की संख्या कम होने की वजह से कई बस कैंसिल कर दिया गया है। जिसका सीधा असर यात्रियों पर पड़ रहा है। दूसरे प्रदेश से आने वाले यात्रियों को बस पकडऩे के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। पटना के गांधी मैदान में पकड़े गए 35 से अधिक बस चुनाव ड्यूटी में लगाई गई है। पढि़ए रिपोर्ट

पहले चरण की चुनाव 19 को
आम लोकसभा चुनाव 2024 का पहले चरण का चुनाव 19 अप्रैल को होना निश्चित है। नाम न छापने की शर्त पर एक बस कंडक्टर ने बताया कि पटना यात्रियों को लेकर खुलती है। मगर रास्ते में ही बसों को सीज कर ली जाती है। यात्रियों को गंतव्य तक छोडऩे के बाद बस जिला प्रशासन के कब्जे चला जाता है। इसलिए बसों की संख्या कम हो गई है।

चुनाव की वजह से हुई सीज
बस सीज होने की वजह से आसपास के यात्रियों के साथ लंबे रूट के यात्रियों को आवागमन में परेशानी हो रही है। 3 जून के बाद ही बसों के परिचालन सामान्य होने की संभावना है। बांकीपुर बस प्रतिष्ठान के आरएम अरविंद कुमार चौधरी ने बताया कि लोकतंत्र के महापर्व चुनाव भी बहुत जरूरी है। चुनाव की वजह से बसें सीज की गई हैं। हालांकि यात्रियों को कोई परेशानी न हो इसके लिए बिहार राज्य परिवहन निगम पूरी तरह से तत्पर है। बांकीपुर बस प्रतिष्ठान में बस पकडऩे के लिए आने वाले यात्रियों ने बताया कि बसों की संख्या कम होने की वजह से यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए दो से तीन घंटे तक इंतजार करना पड़ता है। सबसे अधिक समस्या परिवार के साथ चलने वाले लोगों को हो रही है क्योंकि उन्हें बस में सीट मिलना मुश्किल हो गया है।

कोई समय से नहीं पहुंच पा रहा है तो कोई बिना सीट के ही जा रहा
पटना से फुलपरास की ओर जाने वाले चंदन ने बताया कि दिल्ली से आने के बाद जब पटना जंक्शन गए तो पता चला कि अभी कोई ट्रेन नहीं है फिर सीधे बांकीपुर बस प्रतिष्ठान पहुंचे वहां आने के बाद दरभंगा के लिए सिर्फ एक बस लगी थी। जिसमें पैर रखने का भी जगह नहीं था। ऐसे में फुलपरास जाना तो दूर की बता है दरभंगा पहुंचना भी मुश्किल हो गया है। नाम न छापने की शर्त पर परिवहन विभाग के एक कर्मचारी ने बताया कि अंडर टेकिंग चलने वाले बसों में मौजूदा समय प्रत्येक डिपो से आठ से दस बसें भेजी सीज की गई है। इसलिए परेशानी बढ गई है।

खराब बसें ठीक होने से होगी राहत
पटना के पाटलिपुत्रा और बांकीपुर बस स्टैंड से प्रतिदिन तकरीबन 2 हजार बसों का परिचालन होता है। इनमें बांकीपुर बस स्टैंड से तकरीबन 400 बसों का आवागमन होता है। जिसमें से विभिन्न जिलों में तकरीबन 200 से अधिक बसों को सीज कर ली गई है। पटना डिविजन के दर्जन भर से अधिक बसें पहले से खराब हैं। अगर इसे सही करा लिया जाता तो कुछ राहत होती।


चुनाव में बस सीज हमेशा होता है। चुनाव भी जरूरी है। इसके लिए बस मालिकों को पैसा भी मिलता है। यात्रियों को समस्या न हो इसके लिए परिवहन निगम प्रयासरत है।
- अरविंद कुमार चौधरी, आरएम, बांकीपुर बस प्रतिष्ठान

Posted By: Inextlive