- आईआईटी पटना में नए जॉब सेनेरियो और चैलेंज पर वेबिनार

- कोरोना की वजह से टेलीकम्यूनिकेशन में आया क्रांतिकारी बदलाव

- डिजिटल प्लेटफॉर्म, रिमोट ऑफिस और फाइव जी अप्लीकेशन के बढ़ने लगे ट्रेंड

PATNA :

कोरोना की चुनौती के बीच परंपरागत तरीके के जॉब खत्म होने और रिमोट कम्यूनिकेशन आधारित जॉब और इसके स्कोप में क्रांतिकारी बदलाव आ रहा है। यह बदलाव इतना तेज है कि वर्ष 2030 तक सभी प्रकार के जॉब में 65 प्रतिशत जॉब ऐसे होंगे जिसमें लोग पहली बार उसमें शामिल होंगे। यानी इससे पहले कभी किसी ने ऐसा नहीं किया होगा। सिर्फ यही नहीं, तकनीकी संस्थानों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के चार साल के करियर में अर्जित की गई सब्जेक्ट नॉलेज का 50 प्रतिशत जॉब के लिहाज से आउटडेटेड हो चुका होगा। ये बातें आईआईटी पटना में आयोजित एक विशेष वेबिनार के दौरान की-नोट स्पीकर अमिताभ राय ने कही। 'क्रैकिंग द कोड सर्वाइव एंड थ्राइव' विषय पर आयोजित यह वेबिनार ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल की ओर से किया गया था। ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट ऑफिसर कृपा शंकर सिंह ने गेस्ट अमिताभ राय और टॉपिक का इंट्रोडक्शन कराया। अमिताभ राय इरिक्शन कंपनी के एमडी हैं और टेलीकम्यूनिकेशन के क्षेत्र में लंबा अनुभव रखते हैं।

संकट को लेकर तैयारी हमेशा रखें

अमिताभ राय ने अपने लंबे अनुभव का जिक्र करते हुए कोरोना से पहले नाइन इलेवन के टेरर अटैक, एनरॉन बैंक्रप्सी और अन्य बुरे दौर का जिक्र करते हुए कहा कि गंभीर समस्या कब आ जाए, यह प्रेडिक्ट नहीं किया जा सकता है। इसलिए तीन बातों पर शुरू से ध्यान दें। खुद को काम में चुस्त रखें, मुस्तैद रखें। परिस्थितियों के मुताबिक अनुकूलता स्थापित करें और समस्या का ठीक से विश्लेषण करें। इसके बाद संकट से जरूर निजात पा लेंगे।

चौथा इंडस्ट्रियल रेवेल्यूशन अब

वेबिनार के दौरान अमिताभ ने कहा कि चौथा इंडस्ट्रियल रेवेल्यूशन अब है। लेकिन स्टूडेंट्स समझ नहीं पा रहे थे कि वे क्या कर रहे हैं। आगे उन्होंने स्पष्ट किया कि कोरोना की वजह से तमाम प्रकार के जॉब और रूटीन लाइफ में बड़ा बदलाव आ चुका है। इस बदलाव में आईसीटी यानी इनफॉरमेशन एंड कम्यूनिकेशन टेक्नोलॉजी का दायरा तेजी से बढ़ गया है। इसके साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र से जुड़ी इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी आदि भी चौथे इंडस्ट्रियल रेवेल्यूशन का हिस्सा हैं।

अपडेट पर रखें नजर

आईसीटी के क्षेत्र में अवसरों के नए द्वार खुलेंगे। अमिताभ ने बताया कि इसके लिए अभी से नए प्रोफेशनल को तैयार रहना चाहिए। विशेष तौर पर डिजिटल व‌र्ल्ड और टेलीकम्यूनिकेशन में हो रहे नए अपडेशन, नए वर्जन आदि को भी समझें। इससे लेटेस्ट अप्लीकेशन जैसे फाइव जी को समझने और उसकी यूटिलिटी को सर्वोतम तरीके से प्रयोग में लाना आसान होगा।

आईसीटी में प्रोफेशनल के लिए इन अवसरों का किया जिक्र

- डिजिटल प्लेटफॉर्म एंड बिग डेटा

- ऑनलाइन हेल्थकेयर सर्विस

- न्यू स्मार्ट सिटी एंड पा‌र्क्स

- ऑनलाइन एजुकेशन सर्विस

- रिमोट ऑफिस और ऑनलाइन एक्टिविटिज

- फाइव जी इंडस्ट्री अप्लीकेशन

- सप्लाई चेन मैनेजमेंट

Posted By: Inextlive