स्टूडेंट्स यूनिटी के आगे झुक गया IBPS
कॉमन रिटेन एग्जामिनेशन कंडक्ट किए जाने की संभावनापीओ और एमटी के रिक्रूटमेंट के लिए 10 जुलाई को नेक्स्ट कॉमन रिटेन एग्जामिनेशन से रिलेटेड नोटिफिकेशन जारी किया गया था। इसमें एजुकेशन क्वालिफिकेशन और एज लिमिट से रिलेटेड बदलाव किए गए थे। आईबीपीएस द्वारा अक्टूबर में कॉमन रिटेन एग्जामिनेशन कंडक्ट किए जाने की संभावना हैं।शुरू हो गया था प्रोटेस्ट एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया में बदलाव किए जाने के साथ ही डिफरेंट ऑर्गानाइजेशन के बैनर तले स्टूडेंट्स ने जबरदस्त विरोध शुरु कर दिया था। इस दौरान इस प्रोटेस्ट में स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन के साथ कई कोचिंग संस्थान भी शामिल हुए। इस बीच डिफरेंट बैंकों के जितने भी बड़े अधिकारी पटना आए, उनके सामने बिहारी स्टूडेंट्स के विरोध को मजबूती से रखा गया। साथ ही स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन ने गवर्नर को मेमोरंडम सौंपा तो पॉलिटिकल लीडर्स और पार्लियामेंट मेंबर्स के जरिए पॉलिटिकल प्रेशर भी बनाने में भी कामयाब रहे।
बढ़ी फीस नहीं हुई वापस
एजुकेशन क्वालिफिकेशन और एज लिमिट से रिलेटेड बदलाव तो मंडे को आईबीपीएस ने वापस ले लिए लेकिन फीस में की गई बढ़ोतरी वापस नहीं ली गई। इस साल कॉमन रिटेन एग्जामिनेशन के लिए अप्लाई करने के लिए अप्लीकेशन फीस में भी वृद्धि की गई थी। एससी, एसटी और पर्सन विद डिलेबिलिटी कैटेगरी के अप्लीकेशन फीस 50 रुपए से बढ़ाकर 100 रुपए कर दी गई थी जबकि दूसरी ओर बाकी सभी कैटेगरी के लिए फीस बढ़ाकर 450 से बढ़ाकर 600 रुपए कर दिया गया है। स्टूडेंट्स फीस वापस लिए जाने की भी मांग कर रहे थे।मंडे को भी जारी रहा विरोधमंडे को भी आईबीपीएस के बदलावों के खिलाफ प्रोटेस्ट का दौर जारी रहा। एआईएसएफ ने आरबीआई सहित दर्जनों नेशनलाइज्ड बैंको का घेराव किया। वहीं छात्र एनसीपी और एआईबीएसएफ ने पीयू मेन गेट के सामने लगभग दो घंटे तक जाम रखा। साथ ही एबीवीपी द्वारा भी प्रोटेस्ट को और तेज करने के लिए कैपिटल के डिफरेंट कोचिंग इंस्टीट्यूट में संपर्क किया गया। लेकिन आईबीपीएस द्वारा बदलावों को वापस लिए जाने की खबर आते ही जश्न का सिलसिला भी शुरू हो गया। एआईएसएफ ने मुसल्हपुर हाट और आर्य कुमार रोड से पीयू गेट तक विजय जुलुस निकाला। 10 जुलाई के फैसले - अप्लीकेशन फॉर्म भरने के लिए ग्रेजुएशन में 60 परसेंट माक्र्स कंपल्सरी - कंप्यूटर सिस्टम में ऑपरेटिंग एंड वर्किंग नॉलेज मेंडेटरी- एज लिमिट को 30 से घटाकर 28 साल किया गया।22 जुलाई को लिए गए फैसले- पहले की तरह किसी भी डिसिप्लिन में ग्रेजुएशन की डिग्री रखने वाले स्टूडेंट्स कर सकेंगे अप्लाई
- मैक्सिमम एज लिमिट को 28 से बढ़ाकर 30 साल कर दी गई - कंप्यूटर लिटरेसी की बाध्यता समाप्त