फेक वेबसाइट बनाकर लाखों का लगाया चूना
- मेघालय से आई पुलिस ने शिवपुरी से हसबेंड-वाइफ को किया अरेस्ट
- यूनिवर्सिटी की फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों को लगाते थे चूना -17 लाख कैश के अलावा कई फर्जी सर्टिफिकेट भी बरामदPATNA: दो दिनों से मेघालय की पुलिस पटना आई है। मामला फर्जीवाड़े का है, जिसमें लोगों से लाखों रुपए ठगा गया है। इस मामले में मेघालय की पुलिस शास्त्रीनगर थाना के साथ मिलकर शिवपुरी में रेड कर एक दंपति को गिरफ्तार किया है। इनके पास से क्7 लाख रुपए कैश सहित कई जाली सर्टिफिकेट भी बरामद हुए हैं। गिरफ्तार संजीव कुमार और उसकी पत्नी पूजा श्रीवास्तव पर यूनिवर्सिटी की फर्जी वेबसाइट बनाकर फर्जी सर्टिफिकेट देने के एवज में लाखों की उगाही का आरोप है। इस संबंध में मेघालय के सलोल स्थित मौलाई पुलिस स्टेशन में टेक्नो ग्लोबल यूनिवर्सिटी के चांसलर ने क्7 जून को एफआईआर दर्ज की थी। उनके मुताबिक उनकी यूनिवर्सिटी के नाम पर ढेर सारे सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन के लिए लेटर आ रहे थे, जबकि उनकी यूनिवर्सिटी से ऐसा कोई काम नहीं हुआ था। उन्हें जब फर्जीवाडे़ की आशंका हुई, तो थाने में मामला दर्ज करवाया। इस मामले की जांच की जिम्मेदारी इंस्पेक्टर डीबी लमेरा और बीके मिश्रा को दी गई।
इंवेस्टिगेशन से उठा पर्दाजब पुलिस ने पड़ताल शुरू की, तो यह बात सामने आई कि 'टेक्नोग्लोबल यूनिवर्सिटी' की वेबसाइट में उसके नाम के साथ डॉट कॉम लगा है, जबकि उसकी यूनिवर्सिटी के नाम के अंत में डॉट ओआरजी है। यही नहीं, यह बात भी सामने आई है कि संजीव ने टैक्नोग्लोबल नाम से एक ट्रस्ट भी बना लिया था, जिसे संजीव और उसके दोस्त चला रहे थे। इन लोगों के सिग्नेचर से ही रुपए निकलते थे। बिहार, झारखंड, यूपी और राजस्थान सहित दिल्ली में लोगों को फर्जी सर्टिफिकेट दिलवाए जा रहे थे। कई अन्य शिक्षण संस्थानों को भी उसने जोड़ रखा था। रुपए आईसीआईसीआई बैंक में जमा हो रहे थे, जिसे पटना से निकला जा रहा था। मेघालय पुलिस की टीम को जब संजीव का फोन नम्बर मिला तो उसे सर्विलांस पर डाला गया। तहकीकात के लिए मेघालय की टीम पटना आई और स्टूडेंट बनकार आरोपी से कांटेक्ट की। कुछ ही देर में संजीव के बारे में जानकारी मिलने लगी। फिर पुलिस ने शिवपुरी रोड नम्बर एक में इनक्लेव अपार्टमेंट में धावा बोल पति-पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया। इंस्पेक्टर वीके मिश्रा के नेतृत्व में टीम पटना आई है।
पहले भी सामने आए थे ऐसे मामलेवेस्ट बंगाल यूनिवर्सिटी से भी फर्जी सर्टिफिकेट के वेरिफिकेशन आने के संबंध में शिकायत मिली थी। यही नहीं, पिछले महीने पटना के बोरिंग रोड इलाके से भी बुद्धा कॉलोनी थाने की पुलिस ने एक व्यक्ति को अरेस्ट किया था। उसने भी लड़कों का एडमिशन करवाकर फर्जी डिग्री दी थी, जिसकी जानकारी उक्त स्टूडेंट को पीओ के इंटरव्यू में जाकर पता चला, जब उसके सर्टिफिकेट को फर्जी बताया गया।