पारिस्थितिकी तंत्र का कायाकल्प : अवसर एवं चुनौतियां विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वैज्ञानिकी संगोष्ठी का आयोजन

पटना (ब्यूरो)। गंगा, गौ एवं गायत्री का स्मरण करने से सभी पापों का नाश होता है। पहाड़ों पर हो रहे मानवीय हस्तक्षेप से प्राकृतिक रूप से व्यवधान उत्पन्न हो रहा है। अब यह जरूरी है कि गंगा को हर तरह की त्रासदी से बचाने के लिए सभी को आगे आना होगा। ये बातें केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कही। वे जुलाजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जेडएसआई) पटना परिसर में नवनिर्मित एम। एल। रूनवाल मल्टीपर्पस हॉल का उद्घाटन के मौके पर सभी को संबोधित कर रहे थे।

पारिस्थितिकी तंत्र का कायाकल्प : अवसर एवं चुनौतियां विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वैज्ञानिकी संगोष्ठी का आयोजन

इस मौके पर गंगा नदी पारिस्थितिकी तंत्र का कायाकल्प : अवसर एवं चुनौतियां विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वैज्ञानिकी संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इससे पहले उनका स्वागत जेडएसआई की पहली महिला निदेशक डॉ। धृति बनर्जी एवं प्रभारी अधिकारी डॉ। गोपाल शर्मा ने किया। निदेशक डॉ। धृति बनर्जी ने अपने संबोधन में जेडएसआई पटना केन्द्र की वैज्ञानिकी उपब्धियों पर विस्तार से चर्चा की।
क्र

Posted By: Inextlive